होटलो के बंद दरवाजों के पीछे की सच्चाई जान कर उड़ जाएंगेल आपके होश

होटल का नाम सुनते ही हमारे सामने एक महल जैसी तस्वीर सामने आ जाती है जिसमें आंखों को चौंधिया देने वाली लाइटें, सैकड़ों नौकर, शानदार बेडरूम, चमचमाती टाइल्स और न जानें कितनी ऐशो-आराम की चीजें रहती हैं.

होटल का नाम सुनते ही हमारे सामने एक महल जैसी तस्वीर सामने आ जाती है जिसमें आंखों को चौंधिया देने वाली लाइटें, सैकड़ों नौकर, शानदार बेडरूम, चमचमाती टाइल्स और न जानें कितनी ऐशो-आराम की चीजें रहती हैं. लेकिन इन होटलों के बंद दरवाजों के पीछे क्या होता है उसकी सच्चाई जानकर आप इन होटलों में कदम रखने से भी परहेज करने लगेंगे. होटल चाहे 7 स्टार हों या 5 और 3 स्टार, सबकी हकीकत एक जैसी होती है और उनमें सफाई और चमक-दमक के नाम पर सिर्फ लोगों के अंदर भ्रम पैदा किया जाता है. जो सामने दिखता है असल में वो होता नहीं है और जो होता है उसे होटल वाले कभी दिखाते नहीं हैं.

हम इन होटलों के अंदर होने वाली गंदगी के बारे में बात कर रहे हैं. बेडरूम में बिछी सफेद चादरों पर ऐसी गंदगी होती है जो इंसान को खतरनाक बीमारियां तोहफे में भेंट करती हैं. असलियत में इन गंदगियों को हम आंखों से भले ही नहीं देखते हैं लेकिन ये हमारे शरीर को जहर से भी ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं. एक तरह से ये साइलेंट प्वॉयजन होता है जो धीरे-धीरे आपको मारता है.

ये भी पढ़े-जब मंच पर बैठते ही खिसक गई रवि किशन की कुर्सी और फिर जो हुआ

होटलों में इस्तेमाल होने वाले बर्तन, वो चाहे स्टील के हों, कांच के हों या फिर किसी और चीज के बने इस सबकी सफाई उस तरीके से नहीं की जाती है जैसे होनी चाहिए. बेडरूम में पड़ी कुर्सियां, चादरें और तकिया तो इस्तेमाल के लायक नहीं होती हैं. लेकिन लोग शौक से इस्तेमाल करते हैं. होटलों के बाथरूम में खूंटी पर टंगे टॉवेल से सैकड़ों लोग हाथ पोंछते हैं और गंदगी साफ करते हैं. लेकिन उन्हें फिर से वैसे ही सुखाकर दूसरों के लिए टांग दिया जाता है.

कमरे में रखे पानी पीने के गिलासों को जल्दी साबुन से नहीं धोया जाता है. वहां सफाई करने वाले इन गिलासों को सिर्प पानी से धुलकर रख देते हैं और जिस पानी से इन्हें धोया जाता है उसको देख लेंगे तो आपको चक्कर आ जाएगा इतना गंदा होता है.

होटल में वीकेंड पर होने वाली पार्टियों में जिस खाने को सर्व किया जाता है उसमें 50 फीसदी खाना लोगों की प्लेटों में या फिर रोज बचने वाला होता है. जिसे ऐसे मौकों के लिए रख दिया जाता है. जो लोग शौक से बुफे में डिप करके स्वाद चखते हैं असल में वो सड़ा हुआ खाने का स्वाद ले रहे होते हैं.

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button