कश्मीरियों के ‘आजादी के जायज संघर्ष’ को पाक कभी नहीं छोड़ेगा : बासित

तहलका एक्सप्रेस, नई दिल्ली।भारत और पाकिस्तान के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की बातचीत से पहले पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापा है। पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि वह कश्मीरियों के ‘आजादी के जायज संघर्ष’ को कभी नहीं छोड़ेगा और भारत के साथ सामान्य एवं सहयोगी संबंधों के लिए दशकों पुराने इस विवाद को सुलझाना आवश्यक है।
भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली में आयोजित एक समारोह में यह बात कही। बासित ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं को न तो नजरअंदाज किया जा सकता है और न ही उन्हें ठंडे बस्ते में डाला जा सकता है। उनके जायज संघर्ष में भले ही और कितना भी समय लगे, पाकिस्तान कश्मीरियों और उनके आंदोलन को नहीं छोड़ेगा।’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘पाकिस्तान भारत के साथ हमेशा सामान्य एवं सहयोगी संबंध चाहता है। इसके लिए यह जरूरी है कि संबंधों को सुधारने के लिए खासकर जम्मू-कश्मीर विवाद समेत सभी मौजूदा मसलों को सुलझाया जाए।’ भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नई दिल्ली में 23 अगस्त को पहली बार आतंकवाद संबंधी मसलों पर चर्चा करेंगे। इस संबंध में निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ की पिछले महीने रूस से उफा में हुई बैठक में लिया गया था।
पाकिस्तान दो अंतिम बासित ने अचानक आई बारिश के बीच अपने कार्यालय में पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद अपने संक्षिप्त भाषण के दौरान आर्थिक मोर्चे पर पाकिस्तान के सामने मौजूद चुनौतियों और आतंकवाद के खिलाफ ‘लड़ाई’ का जिक्र करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के उबरने के ‘आशाप्रद’ संकेत दिखा रही है।
उन्होंने कहा, ‘चीन- पाकिस्तान आर्थिक गलियारा पाकिस्तान की क्षमता और निवेश के लिए देश को मुहैया कराए गए बेजोड़ मौकों का प्रमाण है।’ राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने गुरुवार को इस्लामाबाद में कहा था, ‘हां, मैं इसकी पुष्टि कर सकता हूं कि मैं बातचीत के लिए 23 तारीख (अगस्त) को भारत जाऊंगा।’
उम्मीद की जा रही है कि भारत पाकिस्तान से उत्पन्न होते आतंकवाद के मजबूत सबूत पेश करेगा। पंजाब के गुरदासपुर और जम्मू कश्मीर में उधमपुर के निकट हाल में आतंकवादी हमले हुए हैं। भारत का पक्ष मोहम्मद नावेद याकूब की गिरफ्तारी से मजबूत हो गया है। वह एक पाकिस्तानी नागरिक है और लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी है, जिसने पिछले सप्ताह उधमपुर के निकट बीएसएफ की बस पर हमला किया था।
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