कश्मीर में टेरर फंडिंग का सऊदी अरब कनेक्शन आया सामने, मास्टरमाइंड एजाज बट्ट NIA के रडार पर!

नई दिल्ली। कश्मीर घाटी में आतंकियों को की जा रही फंडिंग के मामले में एनआईए को बड़ी जानकारी मिली है. एनआईए को टेरर फंडिंग के सऊदी अरब कनेक्शन का पता लगा है. एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में रह रहे आतंकी सरगना सैयद सलाउद्दीन के बेटे शाहिद यूसुफ ने एनआईए के सामने इस बात का खुलासा किया है.

शाहिद यूसुफ के खुलासे के मुताबिक उनके अकाउंट में सऊदी अरब में बैठे हिजबुल मुजाहिद्दीन के सरगना एजाज अहमद बट्ट के जरिए कई बार पैसे आए हैं. इसके आधार पर एनआईए अब सऊदी अरब में रह रहे एजाज अहमद बट्ट पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है. एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एजाज अहमद भट्ट के खिलाफ पहले ही इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया हुआ है, पर एनआईए एक बार फिर एजाज अहमद भट्ट पर शिकंजा कसने के लिए सऊदी अरब सिक्योरिटी एस्टेब्लिशमेंट से जल्द ही बातचीत कर सकता है.

सूत्र बताते हैं की एजाज अहमद भट्ट सऊदी अरब में बैठकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और हिजबुल मुजाहिद्दीन के चीफ सैयद सलाउद्दीन के सह पर कश्मीर घाटी में हिजबुल आतंकवादियों के लिए पैसा भिजवाने का काम करता है. इसके लिए एजाज़ अहमद बट्ट ने सैयद सलाउद्दीन के बेटे शाहिद यूसुफ को मोहरा बना रखा था. शाहिद यूसुफ के खाते में कई बार पैसा एजाज अहमद भट्ट में सऊदी अरब से भेजा है जिसके पुख्ता सबूत एनआईए ने जमा कर लिए हैं.

इसी सिलसिले में एनआईए ने सैयद सलाउद्दीन की बेटी के बेटे (नाती) को भी पूछताछ के लिए आज दिल्ली के एनआईए हेडक्वार्टर में समन किया है. एनआईए सूत्रों को लगता है कि सऊदी अरब के जरिये, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और सैयद सलाउद्दीन भारत में खास तौर पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को फैलाने के लिए इन लोगों को माध्यम के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है. एनआईए इसी सिलसिले में इससे पहले सैयद सलाउद्दीन के बेटे शाहिद यूसुफ को गिरफ्तार कर 7 दिनों की पुलिस रिमांड में रखकर पूछताछ कर रही है.

एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शाहिद यूसुफ के खाते में 8 बार से ज्यादा रुपये विदेशों से हवाला के जरिए पहुंचे हैं. खुद शाहिद यूसुफ ने पूछताछ में इस बात को कुबूल किया है कि उसके पास यह पैसे सऊदी अरब में रह रहे हिजबुल मुजाहिद्दीन के एक भगोड़े आतंकी एजाज अहमद बट के जरिए उसके पिता सैयद सलाउद्दीन ने भिजवाया था. एजाज अहमद भट्ट पहले से ही इस पूरे मामले में आरोपी रहा है.

आपको बता दें कि एनआईए ने अप्रैल 2011 में एक मामला दर्ज किया था. यह दिल्ली के रास्ते हवाला के जरिये पाकिस्तान से जम्मू कश्मीर में रकम के ट्रांसफर से जुड़ा है. एजेंसी का दावा है कि इस रकम का उपयोग आतंकी टेरर फंडिंग और अलगाववादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया गया. अब तक एनआईए इस मामले में छह व्यक्तियों के खिलाफ दो आरोप पत्र दायर कर चुकी है. इनमें पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी के निकट सहयोगी जी एम भट्ट, मोहम्मद सिद्दीक गनई, गुलाम जीलानी लीलू और फारूक अहमद डग्गा शामिल हैं. यह चारों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं.

इनके अलावा एनआईए ने मोहम्मद मकबूल पंडित और ऐजाज अहमद भट्ट का नाम भी आरोप पत्र में शामिल किया है. लेकिन ये दोनों अभी फरार हैं. दोनों के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किये हैं. सैयद सलाहुद्दीन के नाम से कुख्यात और शाहिद यूसुफ के पिता मोहम्मद यूसुफ शाह को इस साल जून में अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा विशेष रूप से ग्लोबल आतंकवादी घोषित किया गया है.

आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रमुख होने के अलावा सैयद सलाहुद्दीन यूनाइटेड जेहाद काउंसिल (UJC) का चीफ भी है। यूजेसी कश्मीर में सक्रिय विभिन्न आतंकी संगठनों का एक समूह है. एनआईए ने आतंकी टेरर एक्टिविटी से जुड़े दो और मामले भी दर्ज किये हैं. इनमें से एक मामला नवंबर 2011 में दर्ज किया गया था तो दूसरा इस साल मई में दर्ज किया गया है. जांच एजेंसी ने 2011 के दूसरे मामले में सैयद सलाहुद्दीन समेत 10 लोगों के खिलाफ पहले ही आरोप पत्र दायर कर रखा है. हालिया मामले में एनआईए ने गिलानी के कुछ करीबी रिश्तेदारों और सहयोगियों समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है.

 

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