गुजरात का रण जीते मोदी तो होंगे ये 7 बड़े सियासी फायदे

नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा का चुनाव अब तक के चुनावों से जुदा नजर आ रहा है. इस बार का गुजरात विधानसभा चुनाव का रण महज गुजरात के लिए नहीं लड़ा जा रहा है, बल्कि देश की सियासत के लिए भी एक लिटमस टेस्ट माना जा रहा है. देश की सियासत में ‘गुजरात मॉडल’ को आदर्श के रुप में स्थापित करने वाले नरेंद्र मोदी की प्रतिष्ठा यहां दांव पर है. यही वजह है कि नरेंद्र मोदी गुजरात में बीजेपी की सियासी बिसात खुद बुन रहे हैं.

गुजरात पीएम नरेंद्र मोदी का गृह राज्य है. मोदी 13 साल तक गुजरात के सत्ता के सिंहासन पर CM के रुप में विराजमान रहे हैं. यही वजह गुजरात है कि चुनाव नतीजे सीधे तौर पर उनके सियासी कद का इम्तिहान होगा. यह चुनाव जीएसटी और नोटबंदी पर भी मोदी सरकार की सबसे बड़ी अग्निपरिक्षा है. ऐसे में मोदी गुजरात के रण में बीजेपी को छठी बार जीत दिलाते हैं, तो उनका और उनकी सरकार का इकबाल बुलंद होगा. बीजेपी गुजरात की सियासी जंग फतह कराती है, तो नरेंद्र मोदी को ये 7 बड़े सियासी फायदे होंगे.

ब्रांड मोदी में बढ़ेगा भरोसा

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी हैं लेकिन राज्य विधानसभा के सियासी रण में बीजेपी का चेहरा नरेंद्र मोदी है. पिछले कुछ सालों में गुजरात में बीजेपी के खिलाफ पाटीदार, दलित सहित किसान और व्यापारी सड़क पर उतरकर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. इससे बीजेपी बैकफुट पर नजर आ रही थी और विपक्ष इन्हीं मुद्दों को लेकर उतरा है. बीजेपी नरेंद्र मोदी के चेहरे के सहारे ही जीत की उम्मीद लगाए हुए है. ऐसे में राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे को बीजेपी के पक्ष में आते हैं, तो इससे ब्रांड मोदी के प्रति लोगों का भरोसा और भी बढ़ेगा.

2019 का राह आसान होगी

गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर 2019 के लोकसभा चुनाव पर भी पड़ेगा. बीजेपी-कांग्रेस दोनों पार्टियां गुजरात के रास्ते 2019 लोकसभा चुनाव को साधने की कोशिश कर रही हैं. ऐसे में नरेंद्र मोदी गुजरात में बीजेपी को अच्छे मार्जिन से फतह करने में कामयाब हो गए, तो 2019 में उनकी राह आसान होगी.

विपक्ष में बिखराव बढ़ेगा

गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत से विपक्ष को करारा झटका लगेगा. गुजरात की हार से कांग्रेस ही नहीं बल्कि बीजेपी विरोधी दलों में हताशा पैदा होगी. इतना ही नहीं गुजरात में हार से विपछी दलों की एकजुटता में बिखराव बढ़ेगा. गुजरात में कांग्रेस की हार से उसके कई सहयोगी दल साथ छोड़ भी सकते हैं. इससे जहां कांग्रेस का कुनबा कमजोर होगा तो वहीं बीजेपी खेमा मजबूत होगा.

2018 के विधानसभा चुनावों पर असर

गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों का प्रभाव अगले साल होने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव में पड़ेगा. अगले बरस कई अहम राज्यों में चुनाव होने है. इनमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक और ओडिशा जैसे राज्य शामिल हैं. बीजेपी गुजरात विधानसभा चुनाव जीत के नतीजों को इन राज्यों के चुनाव में बीजेपी के लिए फायदा दिलाएगा.

BJP में मोदी-शाह का वर्चस्व बढ़ेगा

गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत मिलती है, तो पार्टी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का राजनीतिक वर्चस्व में इजाफा होगा. मोदी-शाह के खिलाफ पार्टी में किसी भी कदम पर पार्टी के नेता सवाल उठाने से बचेंगे. हालांकि मौजूदा समय में भी पार्टी पर मोदी-शाह का दबदबा कायम है, लेकिन गुजरात की जीत और ताकत देगी.

गुजरात मॉडल के आलोचकों को करारा जवाब

गुजरात विकास मॉडल पर लगातार सवाल विपक्षी दल उठा रहे हैं. गुजरात विधानसभा चुनाव के बिगुल बजने से पहले ही कांग्रेस ने ‘विकास पागल हो गया’ का नारा दिया था, जो सीधे-सीधे हमला गुजरात के विकास मॉडल पर था. इतना ही नहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बीजेपी को घेरने के लिए गुजरात विकास मॉडल पर सवाल खड़े कर रहे हैं. इन सब के बीच गुजरात में बीजेपी जीतती है, तो गुजरात के विकास मॉडल पर सवाल उठाने वालों के लिए करारा जवाब होगा.

आर्थिक सुधारों की ओर कदम बढेंगे

गुजरात को आर्थिक प्रदेश भी माना जाता है. नोटबंदी और जीएसटी जैसे कड़े कदम नरेंद्र मोदी ने उठाए हैं. जीएसटी के खिलाफ गुजरात के व्यापारियों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन भी किया था. इसके अलावा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मोदी सरकार को घेरने के लिए जीएसटी को मुद्दा भी बनाया है. इसके बावजूद बीजेपी को गुजरात के सियासी रण नरेंद्र मोदी जिताने में कामयाब हो जाते हैं, तो आर्थिक सुधारों की दिशा में और भी सरकार और भी कड़े कदम बढ़ाएगी.

 

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