चुनाव पूर्व सर्वे: NDA को बहुमत पर नीतीश CM रेस में सबसे आगे

नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले के ऑपिनियन पोल में नीतीश कुमार बाजी मारते दिख रहे हैं। नीतीश के नेतृत्व वाला जेडीयू-कांग्रेस और आरजेजी महागठबंधन बीजेपी पर भारी पड़ता दिख रहा है। बुधवार को इंडिया टीवी और सी-वोटर के ऑपिनियन पोल में नीतीश कुमार वाले गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने की संभावना जताई गई थी। गुरुवार को इंडिया टुडे सिसरो के चुनाव पूर्व सर्वे में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में बिहारियों की पहली पसंद हैं। हालांकि बीजेपी की अगुवाई वाला एनडीए गठबंधन 120 से 130 सीटें जीत सकता है। मतलब एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिल सकता है। वहीं नीतीश के नेतृत्व वाले गठबंधन को 102-103 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य के खातों में 10-14 सीटें जा सकती हैं।
इस सर्वे में 5, 968 लोगों का इंटरव्यू लिया गया। इसमें नीतीश कुमार के 29 पर्सेंट लोगों ने पहली पंसद बताया। सुशील कुमार मोदी को 19 पर्सेंट लोगों ने सीएम कैंडिडेट के रूप में पसंद किया। दूसरी तरफ लालू प्रसाद यादव को 12 पर्सेंट लोगों ने अपनी पसंद का सीएम प्रत्याशी बताया। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी इस मामले में पांचवें नंबर रहे। उन्हेंन 6 पर्सेंट लोगों ने पसंद किया। इस साल फरवरी में महादलित समुदाय के जीतन राम मांझी को नीतीश कुमार ने सीएम पद छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। मांझी को नीतीश ने लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सीएम बनाने का फैसला किया था।
लोक जनशक्ति पार्टी के रामविलास पासवान को 7 पर्सेंट लोगों ने सीएम प्रत्याशी के रूप में पसंद दिया। इसे रेस में राबड़ी सबसे हाशिए पर रहीं। उन्हें दो पर्सेंट लोगों ने पसंद किया। यह सर्वे 5 और 6 सितंबर को 81 विधानसभा क्षेत्रों में 321 पोलिंग बूथों पर पूरा किया गया। 243 सीटों वाली विधानसभा के चुनाव 5 चरणों में होंगे। चुनाव 12 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच संपन्न होंगे। 8 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। 40 पर्सेंट लोगों ने कहा कि जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन बिहार में बढ़िया काम कर रहा था।
समाजशास्त्री दीपांकर गुप्ता ने कहा कि नीतीश कुमार ने बीजेपी से संबंध तोड़ने में काफी देर कर दी और उसी की कीमत चुका रहे हैं। जब बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को पीएम कैंडिडेट घोषित किया था तब नीतीश ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का फैसला किया था। वर्तमान बिहार विधानसभा में जनता दल यूनाइटेड के 115, बीजेपी के 91, आरजेडी के 22, अन्य के 8, कांग्रेस के 4 और एलजेपी के 3 विधायक हैं। बिहार में एनडीए और नीतीश के गठबंधन के बीच मुकाबला है। पहले मुलायम सिंह भी इस महागठबंधन के हिस्सा थे लेकिन बाद में इन्होंने अलग चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया। मुलायम सिंह की समाजवादी पार्टी 5 सीटें मिलने से नाराज थी। जेडीयू और आरजेडी 100-100 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।
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