ट्विटर पर छिड़ी सीएम नीतीश और लालू के बीच जंग, एक-दूसरे पर दागे कई सवाल

पटना। बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार गई है, तब से अभी तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव एक दूसरे के आमने-सामने नहीं आए. लेकिन ट्विटर पर अब आप इन दोनों को एक दूसरे पर व्यंग्य, आलोचना और एक दूसरे का नामकरण करते हुए देख सकते हैं. बुधवार को पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू यादव का नाम लिए बिना पूछा देशभक्ति के आड़ में लोगो को माल और मॉल की चिंता हैं तो उसके बाद लालू यादव कहां शांत रहने वाले थे. नीतीश के एक ट्वीट के बदले उन्होंने जवाब में 5 ट्वीट लगातार कर डाले.
ट्वीट में लालू जवाब में कहा कि बिहार में देश का एकलौता ऐसा स्वम्वयघोषित देशभक्त मुख्यामंत्री हैं जिसपर हत्या का जघन्य आरोप हैं. फिर लालू ने पूछा कि क्या देश के किसी और मुख्यमंत्री पर हत्या का मामला और उस मामले को छुपाने का सहस हैं. लालू यही नहीं रुके इसके बाद उन्होंने सवाल किया कि किस देशभक्त मुख्यमंत्री पर थेसिसि चोरी करने का आरोप लगा और ‘थीसिसि चोर’ मुख्यमंत्री यह बताए कि उन्होंने आखिर 20 हज़ार का जुर्माना नकद या चेक में दिया.
लालू के ट्वीट से साफ़ हैं कि नीतीश के हर दिन के एक ट्वीट से उनके ऊपर हमले पर वो चुप बैठने वाले नहीं हैं. इसलिए उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए. निश्चित रूप से उनके समर्थकों और परिवारवालों का भी दबाब हैं कि सोशल मीडिया में कोई भी आलोचना या हमला हो तो उसका तुरंत जवाब दिया जाए. लेकिन लालू के ट्वीट में सरकार जाने का दर्द भी छलका. उन्होंने बुधवार को किए ट्वीट में पूछा कि दिन दहाड़े जनादेश का निर्मम बलात्कार करने वाले मैंडेट रेपिस्ट का मानसिक उपचार करने वाले किसी देशभक्त मनोचिकित्सक को जानते हैं. फिर लालू ने नीतीश को जनादेश का मर्डर करने वाला बताते हुए कहा उसने करोड़ों गरीब-गुरबों को भी अपने विसदंत से कांटा हैं.
लालू के इन ट्वीट्स पर जनता दल यूनाइटेड के किसी प्रवक्ता ने प्रतिक्रिया तो नहीं दी. लेकिन अब सबको गुरुवार की सुबह का इंतजार होगा कि इस खेल की शुरुआत करने वाले नीतीश कुमार के तरकश में लालू के जवाब में कौन सा तीर छोड़ते हैं.
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