ताज महल से 15 किमी की दूरी पर बारूद का कारोबार, बच्चे भी बना रहे बम

आगरा।. ताज महल से महज 15 किलोमीटर दूर धौर्रा गांव में के खेतों में फसलों की जगह बारूद पड़ा है। पूरा गांव अवैध रूप से पटाखे और बम बनाने में जुटा हुआ है। बच्चों के हाथ भी बारूद से सने हैं। चार दिन पहले ऐसे ही पटाखा बनाने के दौरान बाह के मई गांव में बुजुर्ग हजीब खां के चीथड़े उड़ गए थे। इसके बाद भी प्रशासन इस खतरनाक कारोबार को रोक नहीं रहा है।
बच्चे भी बना रहे बम
धौर्रा गांव एत्मादपुर तहसील का हिस्सा है। गांव में पटाखे बनाने का लाइसेंस सिर्फ चार लोगों के पास है। चारों की अच्छी कमाई को देखकर पूरा गांव इसी कारोबार में जुट गया। खेती से ज्यादा आमदनी नहीं होती है तो पूरा गांव खेत में पटाखे बनाने में जुट गया। इस काम में बच्चे भी जुटे रहते हैं। पटाखा बनाने वाला 12 साल का उम्मेद सिंह ने कहा,’दीपावली नजदीक है, जितने ज्यादा पटाखे बनाएंगे उतनी ही आमदनी होगी। मेरे चाचा ने मुझे यह काम सिखाया है।’ पांचवीं में पढ़ने वाला उम्मेद सिंह पिछले एक महीने से स्कूल नहीं जा रहा है। उसके दूसरे दोस्तों का भी यही हाल है।
धौर्रा गांव एत्मादपुर तहसील का हिस्सा है। गांव में पटाखे बनाने का लाइसेंस सिर्फ चार लोगों के पास है। चारों की अच्छी कमाई को देखकर पूरा गांव इसी कारोबार में जुट गया। खेती से ज्यादा आमदनी नहीं होती है तो पूरा गांव खेत में पटाखे बनाने में जुट गया। इस काम में बच्चे भी जुटे रहते हैं। पटाखा बनाने वाला 12 साल का उम्मेद सिंह ने कहा,’दीपावली नजदीक है, जितने ज्यादा पटाखे बनाएंगे उतनी ही आमदनी होगी। मेरे चाचा ने मुझे यह काम सिखाया है।’ पांचवीं में पढ़ने वाला उम्मेद सिंह पिछले एक महीने से स्कूल नहीं जा रहा है। उसके दूसरे दोस्तों का भी यही हाल है।
कई बार हुए हादसे
गांव में पिछले कुछ सालों में दो दर्जन लोगों की जान बारूद ले चुका है। चार साल पहले यहां पटाखा बनाने के दौरान विस्फोट हो गया था। तब पूरा मकान ढह गया था। इस घटना में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई थी। दस साल पहले एत्मादपुर पुलिस ने धौर्रा गांव से पटाखे जब्त कर थाने में रख लिया था। चिंगारी से इसमें आग लग गई और पूरा थाना जमींदोज हो गया था।
गांव में पिछले कुछ सालों में दो दर्जन लोगों की जान बारूद ले चुका है। चार साल पहले यहां पटाखा बनाने के दौरान विस्फोट हो गया था। तब पूरा मकान ढह गया था। इस घटना में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई थी। दस साल पहले एत्मादपुर पुलिस ने धौर्रा गांव से पटाखे जब्त कर थाने में रख लिया था। चिंगारी से इसमें आग लग गई और पूरा थाना जमींदोज हो गया था।
क्या है नियम
नियमों के मुताबिक आतिशबाजी भंडारण के लिए छोटे स्टॉकिस्टों को डीएम से और 2500 किलो से अधिक बारूद के कारोबारी को मुख्य विस्फोटक नियंत्रक से लाइसेंस लेना होता है।
नियमों के मुताबिक आतिशबाजी भंडारण के लिए छोटे स्टॉकिस्टों को डीएम से और 2500 किलो से अधिक बारूद के कारोबारी को मुख्य विस्फोटक नियंत्रक से लाइसेंस लेना होता है।
चलाया जाएगा अभियान
एसपी सिटी आरके सिंह ने कहा,’सभी थानों को अपने-अपने इलाकों में बारूद और पटाखों के अवैध कारोबार को रोकने को कहा गया है। अब अभियान चलाया जाएगा।’
एसपी सिटी आरके सिंह ने कहा,’सभी थानों को अपने-अपने इलाकों में बारूद और पटाखों के अवैध कारोबार को रोकने को कहा गया है। अब अभियान चलाया जाएगा।’
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