धूर्ताचार्य प्रमोद ने कहा भक्तों गुजरात हारने के बाद,तुमलोगों की हालत कुत्तों सी होगी,यूज़र्स ने जम के बजाया..

यह दुर्भाग्य है कि हमने ढोंगी बाबाओं के बारे में तो बहुत सुना है लेकिन ऐसे ही कुछ दूंगी अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए ना सिर्फ राजनीति के दाव पर खेलने के लिए जाने जाते हैं बल्कि खुद को एक स्वामी के भेष में रखकर पीछे की राजनीति करने वाले ऐसे बहुत सारे स्वामी और आचार्य इस देश में भरे पड़े हैं जो अपनी राजनीति करने के लिए धर्म का सहारा लेते हैं इन्हीं कुछ ढोंगी आचार्य में से एक आश्चर्य की है कांग्रेस का पहला हुआ आचार्य प्रमोद आचार्य प्रमोद को आचार्य करना कहां तक ठीक है इसका पता नहीं लेकिन यह बात तो तय है कि इस आचार्य ने अपने सभी सीमाओं को लगते हुए इस बार कुछ ऐसा कर दिया है जिसको पढ़ने के बाद कोई भी सच्चा सनातनी इसकी भाषा शैली पर नजर खेद करेगा बल्कि उसे यह भी पता चल जाएगा कि ऐसा ढोंगी सिर्फ कांग्रेस का पाला हुआ ही हो सकता है!

ट्वीट करते हुए आचार्य प्रमोद ने कहा कि सत्ता का अहंकार ठीक नहीं भक्तों अगर गुजरात हार गए तो कुत्ते भी नहीं देते आचार्य प्रमोद के इस ट्वीट चाहिए ऐसा लगता है कि वह कितना बड़ा कांग्रेसी चमचा है और राजनैतिक रोटी सेकने के लिए किस प्रकार के बेतुके बयान देता रहता है उसकी ये बेतुकी बयानबाजी अब उस पर भारी पड़ती नजर आ रही हैं ट्विटर के युवक ने ना सिर्फ आचार्य प्रमोद की स्पीड का जवाब दिया बल्कि आचार्य प्रमोद को उसकी असली औकात भी दिखा दी है!आचार्य प्रमोद को जवाब देते हुए स्वाति पटेल ने ट्वीट किया,”कुत्तों से ऊपर उठे आचार्य जी लगता है कांग्रेसियों का दिन कुत्ते पर शुरु और कुत्तों पर ही खत्म हो जाता है”

सत्ता का “अहंकार” ठीक नहीं “भक्तों” अगर गुजरात “हार” गये…. तो “कुत्ते” भी नहीं पूछेंगे.

राहुल भागवत लिखते हैं IT SHOULD BE LIKE THIS कइतनी भूख ठीक नहीं कांग्रेसियों अगर गुजरात हार गए तो फिर से कुत्ते भी नहीं पूछेंगे ऐसा ही ट्वीट करते हुए शिवम कटियार ने लिखा गर्व से सीना 56 इंच का हो जाता है जब कोई गुलाब में भक्त कह कर पुकारते हैं बी नाम के एक पैरोडी अकाउंट से ट्वीट किया गया शेर गुफा से निकलकर शिकार करने गया है तो इसका मतलब यह नहीं कि कुत्ते गीदड़ शेर की गुफा पर कब्जा कर लेंगे “गुजरात”

सत्ता का “अहंकार” ठीक नहीं “भक्तों” अगर गुजरात “हार” गये…. तो “कुत्ते” भी नहीं पूछेंगे.

आप पहले ही कहां पूछते हैं भक्तों को, चाटार्य. आपकी पूछदानी में तो पिद्दी ही आते हैं केवल

Acharya Pramod 

 @AcharyaPramodk

सत्ता का “अहंकार” ठीक नहीं “भक्तों” अगर गुजरात “हार” गये…. तो “कुत्ते” भी नहीं पूछेंगे.

और गुजरात अगर जीत गये तो तूम १० जनपथ के पालतू बन जाओगे?? याद रखना मेरा ट्वीट ।कुत्रमाचार्य !!!

Kutton se upar uthiye Acharya ji. Lagta hai congressiyon ka din kutton pe shuru or kutton pe khatam hota hai!???

 मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने में कोई हर्ज थोड़े ही है. तुम भी देखो. मंदिर मंदिर नौटंकी करने के बाद भी अभी “अगर” लगा है है न, ये “अगर” ही कांग्रेस का भाग्य है

सत्ता का “अहंकार” ठीक नहीं “भक्तों” अगर गुजरात “हार” गये…. तो “कुत्ते” भी नहीं पूछेंगे.

Kutton se upar uthiye Acharya ji. Lagta hai congressiyon ka din kutton pe shuru or kutton pe khatam hota hai!???

आचार्य प्रमोद के इस प्रकार के ट्वीट और प्रकार के मिलने वाली प्रतिक्रिया से यह साफ झलकता है कि उसने नात शरीफ कांग्रेसियों का नमक खाया है बल्कि आचार्य के रूप में वह भी एक बहुत ही बड़ा ढोंगी है!

 

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