पाक से बढ़ते तनाव के बीच वायुसेना प्रमुख का 12000 सैनिकों को खत, लिखा-हो जाएं तैयार

नई दिल्ली। कूटनीतिक और सामरिक मोर्चे पर पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के बीच भारतीय वायुसेना प्रमुख बीएस धन्वा ने सभी 12000 कर्मियों को एक चिट्ठी लिखी है। इसमें सैन्यकर्मियों से कहा गया है कि वर्तमान हालात के मद्देनजर वे शॉर्ट नोटिस पर किसी भी ऑपरेशन के लिए तैयार रहें।

द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, यह लेटर 30 मार्च को लिखा गया था। इस पर वायुसेना अध्यक्ष धन्वा के हस्ताक्षर भी है। लेटर में भाई-भतीजावाद से लेकर यौन उत्पीड़न समेत विभिन्न मुद्दों का जिक्र है। ऐसा पहली बार है, जब किसी वायुसेना प्रमुख ने सभी कर्मियों को लेटर लिखा है। इससे पहले, दो सेना प्रमुखों फील्ड मार्शल (तत्कालीन जनरल) केएम करियप्पा ने 1 मई 1950 और जनरल के सुंदरजी ने 1 फरवरी 1986 को इस तरह के खत लिखे थे।

धन्वा के लेटर में Sub-conventional threat का जिक्र करते हुए ट्रेनिंग पर फोकस करने की बात कही गई है। जानकार मानते हैं कि इस शब्द का इस्तेमाल पाकिस्तान द्वारा छेड़े गए छद्म युद्ध (प्रॉक्सी वॉर) के लिए किया जाता है। बता दें कि हाल के वक्त में जम्मू-कश्मीर में सेना के कैंपों और सुरक्षाबलों पर आतंकियों के हमले में तेजी से इजाफा हुआ है। सीमा पर पाकिस्तानी सेना की ओर से सीजफायर उल्लंघन के मामले लगातार हमारे सामने आ रहे हैं। फायरिंग का ही असर है कि सीमा के नजदीकी गांवों से 1 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा था। इसके अलावा, घाटी में हिंसक प्रदर्शन और पथराव की घटनाएं भी बढ़ी हैं।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लेटर में संकेतों में ही इशारा किया गया है कि सीमित संसाधनों के मद्देनजर तैयारी चाक चौबंद रखी जाए। बता दें कि वायुसेना के पास पर्याप्त संख्या में फाइटर जेट्स नहीं हैं। अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, वायुसेना को फाइटर एयरक्राफ्ट के 42 स्क्वॉड्रन की आवश्यकता है, लेकिन इनकी संख्या घटकर अब 33 रह गई है। मिग सीरीज के विमानों के पुराने पड़ने और उन्हें रिटायर करने की रफ्तार को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि फ्रांस के साथ राफेल प्लेन्स की डील और स्वदेशी तेजस को शामिल करने के फैसले से भी इस कमी को भरना मुश्किल होगा।

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button