मऊ: मदरसे के हॉस्टल में दूषित खाना खाने से एक बच्चे की मौत, 13 बीमार

प्रतीकात्मक तस्वीर।
तहलका एक्सप्रेस
लखनऊ /मऊ। छतरपुरा स्थित मदरसा जामिया अशरिया दारुल हदीस में उल्टी-दस्त और पेट दर्द के कारण एक 15 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। वहीं, 13 बच्चे बीमार हो गए। निजी अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद सभी बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने बच्चों के बीमार होने की वजह फूड प्वाइजनिंग बताया। मृतक बच्चे के शव को मदरसे के इंतजामिया ने एंबुलेंस से उसके घर साहबगंज झारखंड भेज दिया गया है।
मंगलवार की रात मदरसे के हॉस्टल के मेस में बच्चों के लिए चावल-दाल बना था। छात्रों के मुताबिक, चावल-दाल खाने के थोड़ी ही देर बाद एक दर्जन से अधिक बच्चों का पेट दर्द होने लगा। इसके साथ उल्टी-दस्त भी शुरू हो गई। इस बीच झारखंड के साहबगंज निवासी तौवाब (15) की हालत काफी बिगड़ गई। इलाज के अभाव में उसने सुबह होने से पहले ही दम तोड़ दिया। एक बच्चे की मौत से सभी छात्र दहशत में आ गए और आनन-फानन में सभी को निजी अस्पातल ले जाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मदरसा के हॉस्टल में करीब 250 छात्र रहते हैं।
मदरसा प्रबंधन ने बरती लापरवाही
मदरसा प्रबंधन को रात में बच्चों ने हॉस्टल के हालात के बारे में जानकारी दी। इसके बाद भी उनका इलाज कराने के बजाय प्रबंधन ने मामले को हल्के में लिया। नतीजा यह हुआ कि एक बच्चे ने दम तोड़ दिया और अन्य बीमार बच्चों की हालत बिगड़ती गई। वहीं, मदरसे के प्रबंधक हाजी मुल्तान ने लापरवाही के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही सभी बीमार बच्चों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। उनका इलाज कराया गया। उन्होंने फूड प्वायजनिंग से इनकार करते हुए कहा कि वही भोजन तो ढाई सौ बच्चों ने किया था, लेकिन 10-12 बच्चे ही बीमार पड़े। उनके अनुसार, बच्चे बदलते मौसम के चलते वायरल संक्रमण का शिकार हो गए।
मदरसा प्रबंधन को रात में बच्चों ने हॉस्टल के हालात के बारे में जानकारी दी। इसके बाद भी उनका इलाज कराने के बजाय प्रबंधन ने मामले को हल्के में लिया। नतीजा यह हुआ कि एक बच्चे ने दम तोड़ दिया और अन्य बीमार बच्चों की हालत बिगड़ती गई। वहीं, मदरसे के प्रबंधक हाजी मुल्तान ने लापरवाही के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही सभी बीमार बच्चों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। उनका इलाज कराया गया। उन्होंने फूड प्वायजनिंग से इनकार करते हुए कहा कि वही भोजन तो ढाई सौ बच्चों ने किया था, लेकिन 10-12 बच्चे ही बीमार पड़े। उनके अनुसार, बच्चे बदलते मौसम के चलते वायरल संक्रमण का शिकार हो गए।
मिड डे मील से 82 बच्चे बीमार
राजधानी लखनऊ के चिनहट ब्लॉक के जुग्गौर प्राथमिक विद्यालय में मिड डे मील खाने से 82 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए। सभी बच्चों को गोमतीनगर के लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चों के बीमार पड़ने से आक्रोशित अभिभावक स्कूल पहुंच गए और हंगामा करना शुरू कर दिया है।
राजधानी लखनऊ के चिनहट ब्लॉक के जुग्गौर प्राथमिक विद्यालय में मिड डे मील खाने से 82 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए। सभी बच्चों को गोमतीनगर के लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चों के बीमार पड़ने से आक्रोशित अभिभावक स्कूल पहुंच गए और हंगामा करना शुरू कर दिया है।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :
कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:
हमें ईमेल करें : [email protected]