‘रेल नीर’ घोटाला: 10 साल में 500 करोड़ का बना मालिक

नई दिल्ली। रेल नीर घोटाले में सीबीआई के हाथ चढ़े श्याम बिहारी अग्रवाल के बारे में ऐसा खुलासा हुआ है, जिसे जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। रेलवे के केटरिंग पर वर्चुअल कंट्रोल रख रहे अग्रवाल ने महज एक दशक यानी 10 साल में 500 करोड़ की संपत्ति बना ली।
सीबीआई सूत्रों ने शनिवार को बताया कि मूल रूप से छत्तीसगढ़ में रहने वाला अग्रवाल को सभी प्रीमियम ट्रेनों के कॉन्ट्रैक्ट्स मिल जाते हैं। इसमें राजधानी और शताब्दी जैसी ट्रेनें शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि अग्रवाल की किस्मत चमकाने में कुछ राजनेताओं और नौकरशाहों ने अहम भूमिका निभाई। अग्रवाल को दो पूर्व रेल मंत्रियों का भी काफी करीबी बताया जाता है। इनके जरिए, अग्रवाल हर बड़े कॉन्ट्रैक्ट पर अपना कब्जा जमा लेता था।
जब दिल्ली के जंगपुरा स्थित आरके असोसिएट्स ऐंड होटेलियर्स कंपनी के दफ्तर पर कॉल की गई, तो बताया गया कि अग्रवाल बात करने के लिए उपलब्ध नहीं हैं। सूत्रों ने बताया कि अग्रवाल की चार कंपनियां कंपनियों को सीबीआई ने पहली एफआईआर में ही शामिल कर लिया था। इसके अलावा भी हालांकि अग्रवाल की कई कंपनियां हैं, जिन्हें वे दूसरे लोगों के नाम पर चला रहा है।
एक सीबीआई अधिकारी ने बताया कि जब भी रेलवे में कोई कॉन्ट्रैक्ट खुलता तो अग्रवाल किसी दूसरे शख्स के नाम पर एक कंपनी बना लेता था। उसके बाद, वह अपनी कॉन्टैक्ट्स का इस्तेमाल करके कॉन्ट्रैक्ट भी हासिल कर लेता था।
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