वसंतकुंज और गुरुग्राम यानी रेयान स्कूल के इन दोनों करीबी शाखाओं में हुई नृशंस हत्याओ का सिरा एक तो नहीं !

बालकामुक सीरीयल किलर ने पहले दिल्ली में दिव्यांश को फिर गुरुग्राम में प्रद्युम्न को बनाया अपना शिकार

लखनऊ। कातिल चाहे जितना भी शातिर हो खून के निशान मौके पर छोड़ ही जाता है। लेकिन राजनीतिक दवाब में आंख पर पट्टी बांधी पुलिस उन निशानों तक अबतक नहीं पहुंच सकी है। हालांकि केस अब सीबीआई को दिया जा रहा है लेकिन सियासी दवाब के चलते सीबीआई अक्सर पिंजरे का तोता साबित हुआ है। सवाल ये है कि क्या उस सफेदपोश सीरीयल किलर जिसने दो मासूमों की नृशंस हत्या की है वहां सीबीआई के हाथ पहुंच पाएंगे। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक वसंतकुंज और गुरुग्राम यानी रेयान स्कूल के इन दोनों करीबी शाखाओं में जिस तरह दो छोटे बच्चों की कैंपस में नृशंस हत्या हुई उसकी गुत्तथी का सिरा एक लगता है। सूत्रों के मुताबिक रेयान स्कूल में दबी जुबान ये चर्चा थी कि प्रबंधन में एक ऐसा बालकामुक (पीडोफाइल) प्रवृती का अधिकारी था जिसपर पहले भी बच्चों के साथ दुष्कर्म करने के आरोप लगे थे लेकिन प्रबंधन ने राजनीतिक दबाव में उसे दवा दिया। ये दो बच्चें इसलिए जान गंवा बैठें क्योंकि इन दोनों ने दुष्कर्म का विरोध किया था।

गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए मासूम छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्‍या में यूं तो पुलिस का दावा है कि वो बहुत जल्द केस को सुलझा लेगी, लेकिन पुलिस की जांच जिस दिशा में जा रही है उसे देखकर तो लग रहा है कि पुलिस कभी असली मुजरीम तक नहीं पहुंच पाएगी। या फिर पुलिस खुद ही असली मुजरिम को बचाना चाह रही है। क्योंकि पुलिस कंडक्टर को हत्यारा मान रही है और अगर दिल्ली के वसंतकुंज वाले रेयान स्कूल में पिछले साल हुए मासूम दिव्यांश की हत्या से इस केस को जोड़ें तो लगता है कि प्रद्युम्न की हत्या किसी सीरियल किलर ने की है जो रेयान स्कूल के टॉप मैनेजमेंट में बैठा है।

पिछले साल जब इसी रयान स्कूल के वसंतकुंज ब्रांच में 6 साल के मासूम दिव्यांश की लाश पानी की टंकी में मिली तो सभी हैरान रह गए। स्कूल का दावा था कि खेलने के दौरान बच्चा पानी की टंकी के पास पहुंचा और उसमें गिरने से उसकी मौत हो गई। लेकिन जब उस वक्त इस मामले की जांच शुरू की तो सच हैरान करने वाला था। जिस पानी की टंकी में डूबने से मौत होने का दावा स्कूल की तरफ से किया जा रहा था। वो पानी की टंकी ऐसी जगह पर स्थित था जहां कोई 6 साल का मासूम नहीं पहुंच सकता, और अगर पहुंच भी गया तो टंकी पर लगे सीमेंट के भारी ढक्कन को नहीं हटा सकता था। उस वक्त जब दिव्यांश के पिता से बात किया गया था तो पिता रामहित मीणा ने बताया था कि उन्होंने अपने बच्चे के शरीर के निजी हिस्से पर रूई लगी हुई देखी थी और उन्होंने आरोप लगाया था कि प्रधानाध्यापिका ने परिवार को इस मुद्दे पर चुप रहने की चेतावनी दी थी। बताया जाता है कि बीजेपी के एक बड़े नेता के दबाव में उस वक्त पुलिस ने दिव्यांश की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की बात को दवा दिया था।

दिव्यांश के पिता पिता रामहित मीणा के उस वक्त के आरोपों से ये साफ हो जाता है कि बच्चे के साथ दुष्कर्म हुआ था। जब दिव्यांश ने उसका विरोध किया को स्कूल प्रबंधन से जुड़े इस बालकामुक सीरीयल किलर ने दिव्यांश को पानी की टंकी में फेंक दिया जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं अगर गुरुग्राम के रेयान स्कूल में हुए प्रद्युम्न की हत्या की बात करें तो वहां भी ये बात साफ हो चुकी है कि दुष्कर्म के प्रयाश में असफल रहने के बाद उसकी हत्या हुई है। विश्वस्त सूत्रों का दावा है कि वसंतकुंज में दिव्यांश की हत्या के बाद स्कूल प्रबंधन से जुड़े एक शख्स का ट्रांसफर गुरुग्राम के स्कूल में कर दिया गया था। स्कूल में इस बात को लेकर दबी जुवान ये चर्चा थी कि वो यहां भी ऐसा कोई कांड ना करदे। और आखिरकार गुरुग्राम के स्कूल में ऐसा हो भी गया। बताया जा रहा है कि स्कूल की टॉप मैनेजमेंट के दबाव में पुलिस उसपर हाथ नहीं डाल रही है और जबरदस्ती कंडक्टर को फंसाया जा रहा है। सवाल भी वाजिब है कि आखिर कंडक्टर स्कूल के अंदर वॉशरुम में ऐसा क्यों करेगा। और अगर कंडक्टर ही बालकामुक होता तो उस बच्चे को अपनी हवस का शिकार बनाता जो उसकी बस से आता है ना कि उस बच्चे को जिससे उसका लेना देना नहीं है। स्कूल बस के ड्राइवर ने भी कहा है कि उसका कंडक्टर व्यव्हार से ऐसा नहीं लगता था।

हालांकि राज्य सरकार ने इस मामले में सीबीआई से जांच कराने की बात तो कह दी है लेकिन क्या पहले से ही राजनीतिक दबाव में असली मुजरीम को छोड़ उसके गुनाहों के सबूत मिटा चुकी पुलिस के बाद सीबीआई के हाथ उस सफेदपोश सीरीयल किलर के गिरेबान तक पहुंच पाएगें जहां तक पहुंचने में पुलिस के हाथ कांपने लगे। वो भी तब जब कि सीबीआई को राजनीतिक दबाव में काम करने वाला तोता कहा जाता है।

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button