सरकार और बीजेपी कर रही वेट ऐंड वॉच, 48 घंटे लेगी सिर्फ फीडबैक

pm-modi19नई दिल्ली। नोटबंदी के मुद्दे पर पिछले दो दिन संसद में काफी हंगामा हुआ। हंगामे का सबसे बड़ा पहलू यह भी रहा है कि खुद बीजेपी और सरकार संसद चलाने के प्रति बहुत गंभीर नहीं दिखी। राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद के बयान का विरोध करते हुए सत्तारूढ़ बीजेपी भी विपक्ष की तरह शोरगुल में शामिल हुई। सूत्रों के अनुसार बीजेपी का हंगामा करना एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा था जिसके पीछे पीएम नरेन्द्र मोदी सहित तमाम सीनियर नेताओं की रजामंदी थी। सूत्रों के अनुसार गुरुवार देर रात और शुक्रवार की सुबह पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने सीनियर मंत्री और पार्टी के नेताओं के साथ दो बार मीटिंग की जिसके बाद नोटबंदी के बाद किस तरह सरकार और बीजेपी आगे बढ़ेगी इस बारे में रणनीति तय की गयी। सरकार और बीजेपी ने इस मुद्दे पर आगे बढ़ने का पूरा एक्शन प्लान बनाया है।

48 घंटे फीडबैक का काम
तय हुई रणनीति के अनुसार अगले 48 घंटे मतलब रविवार तक नोटबंदी के मुद्दे पर पूरे देश से ग्राउंड रिपोर्ट मंगायी जाएगी। इसके लिए बीजेपी के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर कैंप करने को कहा गया है। इस दौरान सभी एमपी एटीएम पर कतारों में लगे लोगों से बात भी करेंगे और उनकी सहायता करेंगे। इस दौरान वह नोटबंदी के बारे में सरकार की मंशा के बारे में भी बताएंगे। सभी एमपी क्षेत्र से आकर सरकार औैर पार्टी को रिपोर्ट करेंगे। सरकार इस फीडबैक के बाद आगे बढ़ेगी। सरकार और पार्टी का मानना है कि इस मामले में उसे पूरा समर्थन मिल रहा है और सोमवार से बीजेपी और हमलावर हो सकती है।

सरकार झुकेगी नहीं, अभी और सरप्राइज होंगे
वहीं नोटबंदी पर विपक्ष के प्रहारों के बीच सरकार ने अपनी हाई लेवल मीटिंग में साफ कर दिया कि झुकने का तो सवाल ही नहीं बल्कि अभी और सरप्राइज दिया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों के साथ मीटिंग में संकेत दिये कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में अभी और कड़े फैसले हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने कहा कि इस कदम से गरीबों को होने वाले लाभ के बारे में तत्काल बड़े पैमाने पर बताने की जरूरत है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय को भी मेट्रो शहरों से दूर कस्बे और गांव तक इसके लिए जागरूकता वाले प्रचार को तुरंत शुरू करने को कहा गया।

पीएम संसद में बोलें या नहीं, अभी तय नहीं
सूत्रों के अनुसार पीएम लोकसभा या राज्यसभा में हस्तक्षेप करते हुए नोटबंदी मुद्दे पर बोलेंगे या नहीं अभी यह तय नहीं है। सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के अनुसार इस बारे में खुद पीएम तय करेंगे। लेकिन संकेत यह है कि चूंकि पीएम मोदी ने इस मामले में अपना पक्ष पूरी सफाई से चार रैलियों में रख दिया है, ऐसे में अब उन्हें विपक्ष के दबाव में आने की जरूरत नहीं है। रविवार को वह एक बार फिर आगरा में बीजेपी की परिवर्तन रैली में इस मुद्दे पर बोल सकते हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में नोटबंदी को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी लड़ाई बताते हुए बीजेपी ने पोस्टर भी उतार दिया है।

 

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