पंजाब पुलिस का दावा, सिख धर्मग्रंथ के अपमान के पीछे पाक

चंडीगढ़। पंजाब पुलिस का दावा है कि उसके पास हाल के दिनों में सिखों के धर्मग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान की वारदातों के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ होने के ‘साफ और पुख्ता सबूत’ हैं।
पुलिस ने राज्य में कई जगहों पर गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करने वालों को गिरफ्तार किया है। इस तरह की 7 वारदातों में से पुलिस ने 5 को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस का कहना है कि 5 वारदातों में शामिल 8 दोषियों को उन्होंने गिरफ्तार कर लिया है।
एनडीटीवी में छपी एक खबर के मुताबिक, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सिख समुदाय के पवित्र धर्मग्रंथ का अपमान करने की सभी 7 वारदातें आपस में संबंधित पाई गईं। पुलिस ने पहले कहा था कि सभी वारदातें एक-दूसरे से अलग हैं और उनका आपस में कोई लेना-देना नहीं है।
अतिरिक्त आईजी सहोता ने कहा, ‘पुलिस ने यह भी पता लगा लिया है कि विदेश से इन वारदातों को अंजाम देने के लिए किस तरह और किस रास्ते से पैसा लाया गया। इसका मकसद पंजाब में कायम शांति और भाईचारे के माहौल को बिगाड़ना है।’
उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस की अब तक की जांच में दुबई और ऑस्ट्रेलिया इस फंडिंग के मुख्य ठिकानों के तौर पर सामने आए हैं। हाल के दिनों में पूरे राज्य में गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान की घटनाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। अमृतसर, लुधियाना, जालंधर और तरन तारन के साथ-साथ कई अन्य जगहों पर केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है। शांति स्थापित करने के लिए सेना ने अमृतसर में एक फ्लैग मार्च भी निकाला।
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस सिलसिले में आज सुबह पंजाब के राज्यपाल से मुलाकात की। उनकी मांग है कि राज्य में कानून-व्यवस्था की मौजूदा हालत और शांति बरकरार रखने में राज्य सरकार की नाकामी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की सरकार को हटा दिया जाए और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए।
उधर, सीएम बादल ने राज्य में बढ़ते तनाव के मद्देनजर कैबिनेट की एक आपातकालीन बैठक बुलाई। शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी के 9 साल के कार्यकाल में यह सबसे बुरा और गंभीर दौर माना जा रहा है।
शिरोमणि अकाली दल और सीएम बादल लगातार कह रहे हैं कि ‘बाहरी ताकतों’ ने राज्य में संकट और अशांति पैदा करने की मंशा से यह पूरा प्रकरण रचने की कोशिश की है।
सोमवार को सिख व कट्टरपंथी संगठनों ने पूरे राज्य भर में हाईवे को बंद कर दिया। उनकी मांग है कि गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करने के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। प्रदर्शनकर्ताओं ने धमकी दी है कि अगर दोषियों को जल्द-से-जल्द गिरफ्तार कर सजा नहीं दी जाती है तो वे यह बंद और घेराबंदी 25 अक्टूबर तक हर रोज 3 घंटे के लिए जारी रखेंगे।
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