क्यूँ एक ही इंसान के ऊपर ऊँगली उठ रही है, 9 बड़े राजनेताओं के अप्राकृतिक मौत के बाद ?

वो अपने पति से बहुत प्यार करती थी|शादी के ठीक बाद दूसरी लड़कीयों की तरह उन्होंने भी अपने परिवार को छोड़ा और अपने पति के साथ अपना देश छोड़कर भारत आगयी| शादी के कुछ ही सालों में एक नवविवाहिता को एक पे एक नौं मौतों का सामना करना पड़ा पर फिर भी वै इतनी मजबूत रही बिलकुल भी नही बिखरी,बिलकुल भी नही टूटी|

हम बात कर रहे है Hedvige Antonia Albina Moina अर्थात वो लड़की जिसे भारत में सोनिया गाँधी के नाम से जाना जाता है|गाँधी परिवार के अनुसार उनकी बहु उनके बेटे से कॉलेज में मिली थी जब की सचाई ये है की उस कॉलेज के रिकॉर्ड में ऐसा कोई शख्श नही जिसने वहाँ पढ़ाई की हूँ| एक के बाद एक मौत और उसके तार जुड़े है एक ही इंसान से|क्यूँ ? क्या वजह है इसके पीछे?

संजय गांधी

संजय गांधी की मृत्यु रहस्यमय तरीके से एक विमान दुर्घटना में हुई|सोनिया के परिवार में वर्ष 1980 में हुई ये पहली अप्राकृतिक मौत थी| हां, यह अप्राकृतिक थी क्योंकि दुर्घटना के लिए एकमात्र ही संभव कारण था ईंधन की कमी हो सकती थी लेकिन रिकॉर्ड बताते हैं कि ईंधन टैंक भरा हुआ था और यह एक नया विमान था। फिर यह दुर्घटना कैसे हो सकती है? लेकिन कोई भी वजह हो सोनिया ने अपने बहनोई को खो दिया था|

इंदिरा गांधी 

वर्ष 1984 में, इंदिरा गांधी की उनके खुद के सुरक्षा गार्डों द्वारा हत्या कर दी गई थी|बहनोई की मौत के कुछ वक़्त बाद ही सास की भी मौत|मौतों की इन श्रृंखलाओं से सोनिया गाँधी बिलकुल नही टूटी बल्कि उस वक़्त हुआ एक वाक्य अभी भी भारतीयों को सत्ता में डाले हुए है की सोनिया गांधी ने इंदिरा गांधी के रक्त से ग्रस्त शरीर को लेके जाने के लिए एम्बुलेंस के बजाए एम्बेसडर कार को क्यूँ चुना? हां, यह अजीब है और इससे भी ज्यादा अजीब ये है की सोनिया गांधी ने उन्हें लेके जाने के लिए पास के अस्पताल एम्स को नही बल्कि दूर वाले अस्पताल सफदरजंग को चुना?

राजीव गांधी

राजीव गांधी, भारत के सबसे छोटे प्रधान मंत्री और सोनिया गाँधी के पति की मौत भी रहस्यमय परिस्थितियों में हुई|वर्ष 1991 में एक एलटीटीई(LTTE) के आताम्घाती हमलावर द्वारा राजीव की हत्या कर दी गई| राजीव गांधी का हत्यारा कैथोलिक था और हैरानी की बात है की सोनिया गांधी और एलटीटीई (LTTE) का पूर्व चीफ प्रभाकरन भी ईसाई था|

सोनिया के ऊपर आरोप थे की सोनिया एलटीटीई (LTTE) के दुसरे कमांडर श्री एंटोन बालासिंगम के साथ संपर्क में है| तो क्यों सोनिया एलटीटीई जैसे संगठन के नेता के साथ संपर्क में थी जिस संगठन ने उसके ही पति की हत्या की|

राजीव गांधी के बेहद करीबी दोस्त श्री सुब्रह्मण्यम स्वामी सोनिया गाँधी से इतने गुस्से.क्यूँ है? इसके पीछे क्या कारण है| डॉ। स्वामी का गुस्सा इतनी चरम पर है की उसी के चलते उन्होंने सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने के सपने को बर्बाद कर दिया|इसके पीछे क्या कारण हो सकता है क्या उनके मित्र राजीव गांधी ने उन्हें सोनिया के कोई रहस्य बताये थे|

क्यों प्रियंका वाड्रा उन हत्यारों में से एक को मिली जिसने उसके ही पिता की हत्या की थी? हां, प्रियंका ने जेल में नलिनी से मुलाकात की थी।बाद में नलिनी की मौत की सज़ा को वर्ष 2000 में राजीव गांधी की पत्नी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा खत्म कर दिया गया था|कोई कैसे अपने ही पति के हत्यारे की सज़ा को माफ़ कर सकता है?

प्रियंका वाड्रा के परिवार में 3 मौतें: रॉबर्ट वाड्रा के परिवार को मारा गया?

अपनी मां की तरह, प्रियंका वाड्रा ने भी अपने ससुराल वालों को खो दिया और वो भी संदिग्ध तरीके से हुई उनकी मौत की वजह से| प्रियंका वाड्रा के ससुराल में भी उनके भाई,भाभी और उसके ससुर की अप्राकृतिक मृत्यु हो गई| आश्चर्य की बात यह है कि रॉबर्ट वाड्रा ने समाचार पत्रों में एक विज्ञापन दिया था जिसमे उन्होंने घोषित किया था कि उनके पिता  और भाई के साथ उसका कोई लेना-देना नहीं था और उनके द्वारा एहसान प्राप्त करने के लिए किये गये किसी भी प्रयास को तवज्जु न दिया जाए|नोटिस रॉबर्ट की ओर से उनके वकील अरुण भारद्वाज ने जारी किया था|

कांग्रेस के तीन काबिल नेताओं की मौत जो प्रधानमंत्री पद के दावेदार थे|

राजेश पायलट का एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया,जितेंद्र प्रसाद की मस्तिष्क रक्तस्राव से मृत्यु हो गई और माधव राव सिंधिया की भी एक विमान दुर्घटना में मौत हो गयी| माधव राव सिंधिया जो कांग्रेस के उप नेता थे और लोकसभा के वरिष्ठ सदस्यों में से एक थे | माधव राव सिंधिया सोनिया के बहुत करीबी थे|

जितेंद्र प्रसाद ने नवम्बर 2000 में चुनाव में कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रपति श्रीमती सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा और तक़रीबन 2 महीनों बाद 16 जनवरी 2001 को उनका निधन हो गया|

इन 9 मौतों के आसपास संदेह का बहुत बड़ा घेरा है पर एक भी जांच नही हुई है| अब सच्चाई क्या है ये तो कोई नही जानता पर एक बात जिसे अनदेखा नही किया जा सकता वो ये है की जैसे ही इस लड़की के कदम भारत देश में पड़े इसने न सिर्फ अपने ससुराल को तहस नहस किया बल्कि पुरे भारत देश को तहस नहस किया|ऐसी लड़की जो भारत के संस्कार और उसकी प्रथाओं से कोसों दूर है उससे और उम्मीद भी क्या की जा सकती थी|

केवल लिबास बदल लेने से किसी का व्यक्तित्व और संस्कार थोड़ा न बदल जाते है|इंसान अन्दर से तो वही रहता है और उसकी विचारधारा भी वही रहती है ऊपर से वो चाहे कुछ भी ओढ़ ले उसकी फितरत नही बदलती|

 

 

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