नीरव मोदी पर PMO की नजर, वित्त मंत्रालय के साथ जांच की हो रही निगरानी
नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के 11,400 करोड़ रुपये के महाघोटाले मामले पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) सीधे नजर रख रहा है. वित्त मंत्रालय के साथ मिलकर मामले की निगरानी की जा रही है. साथ ही नीरव मोदी को देश वापस लाने के प्रयास जारी हैं. शनिवार को वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने इसकी जानकारी दी.
इससे पहले मामले में पिछले तीन दिन में प्रवर्तन निदेशालय (ED), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI), आयकर (IT) विभाग और केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की. शनिवार को वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने बताया कि नीरव मोदी के प्रत्यार्पण की कोशिश की जा रही है. केंद्र सरकार मामले को गंभीरता ले रहा है और मामले की कार्रवाई पर पूरी नजर बनाए हुए है.
इससे पहले PNB महाघोटाले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्रालय पर सवाल उठाए थे. प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी कैसे देश की बैंकिंग प्रणाली से इतने हजार करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया.
उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत घोटाला राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन (NDA) के कार्यकाल में हुआ. साथ ही राहुल गांधी ने बीजेपी से पूछा कि इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री क्या कार्रवाई करेंगे? मामले में पीएम मोदी और वित्तमंत्री अरुण जेटली की चुप्पी पर सवाल खड़े करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि PNB महाघोटाले पर सफाई देने के लिए सामाजिक न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को मैदान में उतारा गया, जबकि इस पर पीएम मोदी और वित्तमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं.
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर ने कहा था कि मामले के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. इस घोटाले में शामिल आरोपी चाहे जितना कद्दावर हो, लेकिन उसके खिलाफ कार्रवाई में कोई किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी.
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