बेटे के बाद अब बाप की बारी!!कार्ति चिदंबरम के केस में पी चिदंबरम को लेकर हुआ बड़ा खुलासा

आज पी चिदम्बरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को हिरासत में लिया गया है| आज की पूरी रात कार्ति  हिरासत में बिताने वाले है|कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने एयरसेल-मैक्सिस और आईएनएक्स मीडिया के लिए गलत तरीके से फॉरन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) की मंजूरी प्राप्त की। ये दोनों मामले 2007 के हैं जब पी चिदंबरम वित्त मंत्री थे| उन्होंने ही कार्ति का काम आसान बनाया था जिस बात की पुष्टि अब दस्तावेजों और गवाहों ने भी करदी है|

दरअसल कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी में सीबीआई के रिमांड आवेदन से एक बड़ी बात का खुलासा हुआ है| सीबीआई के रिमांड आवेदन से ये बात सामने आई है कि कार्ति के पिता और यूपीए के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अपने बेटे के व्यवसाय की मदद करने के लिए पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी को कहा था|

पी चिदंबरम ने दिल्ली में अपने कार्यालय के दफ्तर में ही पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी से मुलाकात की थी|मुलाक़ात के दौरान दोनों पार्टियों कार्ति चिदंबरम और मुख़र्जी के बीच 1 मिलियन डॉलर की अवैध संतुष्टि की मांग की गई|

ईडी को दिए गये अपने बयान में, पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी ने स्वीकार किया है कि वे उत्तर ब्लॉक में पी चिदंबरम के दफ्तर में उनसे मिले थे जहां पी चिदंबरम ने उन्हें अपने बेटे कार्ति के व्यवसाय की मदद करने और इस उद्देश्य के लिए विदेशी प्रेषण करने के लिए कहा था। उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की है दिल्ली में होटल हयात में उन्होंने कार्ती चिदंबरम से मुलाकातकी थी, जहां 1 मिलियन डॉलर की अवैध संतुष्टि की मांग हुई थी।उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कार्ती चिदंबरम ने भुगतान करने के विकल्प के रूप में चेस मैनेजमेंट और एडवांटेज स्ट्रैटेजिक के नाम का सुझाव भी पेश किया था|

इंद्राणी मुखर्जी ने सीआरपी की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज बयान में यह भी कबूल किया है कि उन्होंने विदेशों में $ 700,000 का भुगतान होने की पुष्टि की।

सुब्रमनियन स्वामी जी ने इस पर अपनी राये देते हुए कहा की मुझे ये सब पहले से ही पता था। पर हमने जो कुछ समय लिया था, वह आंशिक था क्योंकि हम एक निर्विवाद मामला रखना चाहते थे, इसलिए तांकि हमारा मामला लम्बा न खींचे|उस दृष्टिकोण से, जो हुआ है, ये दस्तावेज़ बहुत उपयोगी हो गए हैं। स्वामी जी ने कहा कि चिदंबरम एक सरकारी दफ्तर में रिश्वतखोरी जैसे काम और ऐसी मीटिंग्स कर रहे थे| ये इतना ही एक ठोस सबूत है जो चिदंबरम को गिरफ्तार करने और हिरासत में लेकर जांच करने के लिए पर्याप्त है|

स्वामी जी ने कहा इस सबूत का निश्चित रूप से कुछ समय में इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने ये भी बताया की “मुझे नहीं पता कि वे उनके एअरपोर्ट पे लैंड होते ही उन्हें गिरफ्तार करेंगे या नहीं, लेकिन निश्चित रूप से उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा|

 

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