लालू यादव जेल में भी बे’चारा’ हो गए, अदालत ने छीन लिए ‘दोनों हाथ’

रांची। चारा घोटाला न जाने कैसे कैसे दिन देखने को मजबूर करेगा, लालू यादव जो एक समय में राजनीति के सबसे बड़े खिलाड़ी हुआ करते थे, अब जेल की सलाखों के पीछे बेचारे बने हुए हैं, चारा घोटाले ने उनकी राजनीति को खत्म करके रख दिया है, देवघर ट्रेजरी से अवैध निकासी के मामले में लालू फिलहाल जेल में हैं, जमानत का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन जमानत मिलने से पहले जेल के दिन कैसे कटेंगे इस बात की चिंता बढ़ गई हैं। आरजेडी ने बड़ी मशक्कत और प्लानिंग से लालू के लिए दो सेवादारों का प्रबंध किया था। फर्जी केस में दो लोगों को जेल के अंदर पहुंचाया गया था। एक लालू का सेवक और दूसरा उनका रसोइया।

 दरअसल ये मामले राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना था, किस तरह से लालू प्रसाद के दो खास लोगों को फर्जी केस में जेल के अंदर पहुंचाया गया। मदन और लक्ष्मण नाम के इन दोनों लोगों को अब जेल से रिहा कर दिया गया है, मामले की जांच की गई जिसके बाद ये सही पाया गया कि दोनों को फर्जी केस में जेल पहुंचाय़ा गया था, जिसके बाद अदालत ने दोनों को रिहा कर दिया. अब लालू फिर से जेल में अकेले रह गए हैं। उनकी सेवा करने वाला जेल में कोई ना रहा, हालांकि सूत्रों का कहना है कि जेल में लालू की स्वेच्छा से सेवा करने वाले कई हैं। बहरहाल लालू के सेवादारों का जेल से बाहर आना जेडीयू के लिए मौका बन गया लालू पर हमला करने का।
जेडीयू ने लालू यादव पर चुटकी ली है, नीरज कुमार ने कहा कि इस प्रकरण से साफ हो गया कि लालू ने जेल में भी फर्जीवाड़ा किया है। नीरज कुमार ने कहा कि लालू अब किस से मालिश करवाएंगे, उनके कृत्य बोल रहे हैं, अपने कार्यकर्ताओं से फर्जीवाड़ा करना, उनकी जमीन अपने नाम लिखावाना ये सब कौन से सामाजिक न्याय की परिभाषा में है। लालू दशकों से इसी तरह से लोगों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनका ढकोसला सभी के सामने आ गया है। नीरज कुमार ने कहा कि लालू की राजनीति यही है, जेल में भी वो फर्जीवाड़ा कर रहे हैं, वहीं उनकी पार्टी इसे सामाजिक न्याय से जोड़ रही है, आरजेडी कहती है कि लालू पिछड़ों की सेवा करते हैं, जबकि हकीकत ये है कि वो पिछड़़ों के नाम पर अपना घर भरते रहे हैं।
बता दें कि लालू के जेल पहुंचने से पहले ही उनके सेवादार जेल पहुंच चुके थे, दो कार्यकर्ताओं जिनके नाम मदन और लक्ष्मण हैं, के खिलाफ फर्जी केस दर्ज कराया गया, उसके बाद सरेंडर करवा कर जेल पहुंचा दिया गया, इन दोनों को रांची की बिरसा मुंडा जेल में लालू की सेवा के लिए पहुंचाया गया था। ये मामला जब सामने आया तो सियासी हंगामा मच गया, पुलिस ने मामले की जांच और पाया कि दोनों के खिलाफ जो आरोप हैं वो सही है, उसके बाद बुधवार को कोर्ट ने दोनों को फौरन रिहा कर दिया। इसी पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने लालू यादव से कहा कि पाप कभी पीछा नहीं छोड़ता है,. जेल में लालू को अपने पापों का प्रायश्चित करना चाहिए। कानूनी जानकारों का कहना है कि लालू को जमानत मिलने में इस मामले के कारण मुश्किल हो सकती है।
 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button