CT SemiFinal: सावधान ! बांग्‍लादेश के ये खिलाड़ी विराट कोहली ब्रिगेड के ‘मिशन फाइनल’ में बन सकते हैं रोड़ा….

बर्मिंघम। चैंपियंस ट्रॉफी-2017 का दूसरा सेमीफाइनल मैच गुरुवार को भारत और अपेक्षाकृत कमजोर मानी जा रही मशरफे मुर्तजा की बांग्‍लादेश की टीम के बीच खेला जाना है. बेशक कागज पर विराट कोहली ब्रिगेड अपनी प्रतिद्वंद्वी के मुकाबले बेहद मजबूत नजर आ रही है लेकिन मशरफे के खिलाड़ि‍यों को कमजोर आंकने की चूक टीम इंडिया नहीं कर सकती. आखिरकार बांग्‍लादेश ने अप्रत्‍याशित प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई है.

बांग्‍लादेश ने जिस तरह से विपरीत परिस्थितियों के बावजूद न्‍यूजीलैंड को हराया, उसने विपक्षी टीमों के लिए चेतावनी जारी कर दी है. टीम इंडिया को वर्ल्‍डकप-2007 का वह मुकाबला भी ध्‍यान रखना होगा जब बांग्‍लादेश ने भारतीय टीम को हरा दिया था. इस वर्ल्‍डकप में भारतीय टीम को लीग मैचों के बाद ही बाहर होना पड़ा था. वैसे तो बांग्‍लादेश टीम के सभी खिलाड़ी अच्‍छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सेमीफाइनल में विराट ब्रिगेड को इन बांग्‍लादेशी खिलाड़ि‍यों से खास तौर पर सावधान रहना होगा…

तमीम इकबाल हैं शानदार फॉर्म में
बांग्‍लादेश का यह ओपनर टूर्नामेंट में बेहतरीन साबित हुआ है. तीन मैचों में एक शतक और एक अर्धशतक के साथ वे 223 रन बना चुके हैं. तेज गति से बल्‍लेबाजी करने में सक्षम इस ओपनर को  जल्‍द आउट करने की रणनीति भारतीय टीम को बनानी होगी. तमीम अगर चले तो भारतीय टीम के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं.

बल्‍लेबाजों, गेंदबाजी दोनों में कुशल शाकिब अल हसन
बांग्‍लादेश टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ि‍यों में से एक हैं. विश्‍व के आला ऑलराउंडरों में शुमार किया जाता है. बल्‍लेबाजी हो या गेंदबाजी, समान रूप से कुशल हैं. न्‍यूजीलैंड के खिलाफ शतकीय पारी खेलकर अपनी बल्‍लेबाजी क्षमता दिखा चुके हैं. शाकिब-मेहमूदुल्‍लाह ने इस मैच में बड़ी साझेदारी कर बांग्‍लादेश की जीत सुनिश्चित की थी. तेज गति से बैटिंग करने के अलावा गेंदबाजी से भी मैच का रुख बदल सकते हैं.

अबूझ पहेली साबित होते हैं मुस्‍तफिजुर रहमान
अपनी ‘अबूझ’ गेंदबाजी से पहले भी मुस्‍तफिजुर रहमान टीम इंडिया के लिए परेशानी बन चुके हैं. चैंपियंस ट्रॉफी में अपेक्षाओं पर वे खरे नहीं उतर पाए हैं लेकिन गेंदबाजी में अगर चल गए तो मशहूर बल्‍लेबाजों को भी आउट कर सकते हैं. उनके वेरिएशंस को समझना दुनिया के नामी बल्‍लेबाजों के लिए भी मुश्किल होता है. टूर्नामेंट में अभी तक तीन मैचों में एक विकेट ही हासिल कर पाए हैं, लेकिन 21 साल का बाएं हाथ का यह गेंदबाज कभी भी अपने प्रदर्शन को ऊंचाई दे सकता है. भारतीय टीम को उनसे संभलकर रहना होगा.

मौके के हिसाब से बैटिंग करते हैं मेहमूदुल्‍लाह
मध्‍यक्रम में बांग्‍लादेश की बल्‍लेबाजी के आधारस्‍तंभ हैं. टूर्नामेंट के तीन मैचों में मेहमूदुल्‍लाह ने दो बार नाबाद रहकर 116 रन बनाए हैं. न्‍यूजीलैंड के खिलाफ शतक बना चुके हैं. इनकी खासियत यह है कि विकेट पर रुकने के अलावा जरूरत पड़ने पर तेजी से रन भी बना सकते हैं.

तस्किन, रुबेल, मशरफे की तिकड़ी
बांग्‍लादेश की तेज गेंदबाजी इन तीनों पर निर्भर करती है. रुबेल और तस्किन 140 किलोमीटर प्रति घंटा के आसपास की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं. दूसरी ओर, कप्‍तान मशरफे मुर्तजा की गेंदों में ज्‍यादा गति तो नहीं होती लेकिन वे अपने कटर्स और वेरिएशन से बल्‍लेबाजों को परेशान करते हैं. भारत की मजबूत बल्‍लेबाजी के आगे इस गेंदबाजी तिकड़ी पर बांग्‍लादेश के प्रदर्शन का बहुत कुछ दारोमदार होगा. इन तीनों के अलावा मोसाद्दक हुसैन भी न्‍यूजीलैंड के खिलाफ केवल 13 रन देकर तीन विकेट ले चुके हैं.

 

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