प्रयागराज: पीसीएस 2018 का परिणाम बदला, 14 प्रधानाचार्यों का चयन निरस्त

हाईकोर्ट के आदेश पर लोक सेवा आयोग को पीसीएस 2018 का परिणाम दूसरी बार संशोधित करना पड़ा। इससे पहले हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के आदेश पर आयोग ने पीसीएस 2018 की प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम संशोधित किया था।

हाईकोर्ट के आदेश पर लोक सेवा आयोग को पीसीएस 2018 का परिणाम दूसरी बार संशोधित करना पड़ा। इससे पहले हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के आदेश पर आयोग ने पीसीएस 2018 की प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम संशोधित किया था।

संशोधन के बाद यूपी के बाहर की रहने वाली 160 महिला अभ्यर्थियों को क्षैतिज आरक्षण का लाभ देते हुए मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया था।

हाईकोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए 30 सितंबर 2019 को आयोग को पीसीएस 2018 प्री की महिलाओं की चयन सूची संशोधित करके जारी करने के आदेश दिए थे। यह आदेश उत्तर प्रदेश की अधिवासी महिला अभ्यर्थियों को आरक्षण देने वाले शासनादेश को प्रभावहीन मानते हुए दिया गया था।

30 मार्च 2019 को जारी प्री के परिणाम में नौ जनवरी 2007 के शासनादेश के मुताबिक उत्तर प्रदेश की महिला अभ्यर्थियों को 20 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण दिया गया था जबकि हाईकोर्ट ने 16 जनवरी 2019 को एक मामले की सुनवाई करते हुए इस शासनादेश को खारिज कर दिया था। 30 मार्च 2019 को घोषित पीसीएस 2018 प्री परिणाम में 988 पदों के लिए 19096 अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल किया गया था।

पीसीएस 2018 एक नजर में
पदों की संख्या: 988 (12 पद रिक्त)
प्रारंभिक परीक्षा: 28 अक्तूबर 2018
कुल आवेदक : 6,35,844
परीक्षा में शामिल हुए: 3,98,630
प्री का परिणाम: 30 मार्च 2019
मुख्य परीक्षा के लिए सफल: 19,096
मुख्य परीक्षा: 18 से 22 अक्टूबर 2019
मुख्य परीक्षा का परिणाम: 23 जून 2020
इंटरव्यू 15 जुलाई से 25 अगस्त 2020
अंतिम परिणाम: 11 सितंबर 2020

 

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