सुल्तानपुर- यहाँ लगती है भूतों की अदालत, लिए जाते हैं ऐसे फैसले

खबर सुलतानपुर से है,जहां अभी तक आपने अदालते बहुत सी देंखी और सुनी होगी लेकिन आज यूपी खबर आपको ऐसी अदालत के बारे में रुबरू करायेगा जिसके माध्यम से अंधविस्वास को जमकर बढ़ावा मिल रहा है।

खबर सुलतानपुर से है,जहां अभी तक आपने अदालते बहुत सी देंखी और सुनी होगी लेकिन आज यूपी खबर आपको ऐसी अदालत के बारे में रुबरू करायेगा जिसके माध्यम से अंधविस्वास को जमकर बढ़ावा मिल रहा है।

और आस्था के नाम पर लोग डूब चुके है। जी हां हम बात कर रहे है सुल्तानपुर जनपद के गभड़िया पुलिस चौकी के पास वर्षो से चली आ रही भूतो की अनोखी अदालत का जहाँ एक मौला बाबा मजार पर उत्तर प्रदेश के कोने कोने से भूत और प्रेत की बाधा से ग्रसित होकर लोग अपनी हाजिरी और पेशी लगाते है और बाबा की दरगाह पर लगी इस अदालत में इनको सज़ा सुनाई जाती है।

जब बाबा इन अपराधी भूतों को दण्ड सुनाते है तो

सुल्तानपुर कोतवाली नगर क्षेत्र के गभड़िया पुलिस चौकी के अन्तर्गत मौला बाबा की मजार विगत कई वर्षो से भूतों की अदालत बन चुकी है जहाँ भूत प्रेत से परेशान महिलाए और पुरुष यहाँ आकर बाबा से अपनी शिकायत दर्ज कराते है और बाबा भूतों के अपराध की गंभीरता को देखते हुए इनकों सजा सुनाते है जब बाबा इन अपराधी भूतों को दण्ड सुनाते है तो दण्ड का विरोध करने के लिए भूत उतर जाते है और गाली गलौज पर भूत प्रेत से ग्रस्त महिलाओ और पुरूषों का हाल देखकर तो ऐसा लगता है जैसे मौत हर पल इनको अपने पास होने का एहसास कराती है ऐसा अंध विस्वास का खौफनाक मंजर शायद ही कही देखने को मिले जहाँ परेशान लोग दूर दूर से चले आते है कुछ लोगों के जबानी सुनिए इनकी कहानी …

इस बार भाई दूज में भाई को खिलाएं अपने हाथ की बनी चॉकलेट फ्रोज़न फिरनी

बाबा इनकों मोटी मोटी जंजीर से जकड़ कर रखतें है

इस दरगाह पर भूत जब इंसानों के ऊपर सवार हो जाते है और इंसानों को ज्यादा तकलीफ देते है तो यहाँ के बाबा भूतों का क़त्ल कर देते है यहाँ पर भूतों की अदालत भी लगाई जाती है और भूतों को हर पंद्रह दिन में हाजिरी लगाने के लिए आदेश दिया जाता है नहीं आने पर उनको बाबा अपने हिसाब से सजा देते है | यही नहीं बाबा इनकों मोटी मोटी जंजीर से जकड़ कर रखतें है और यहाँ गंभीर बीमारी का इलाज भी करते है लोगों का अंधविश्वास इतना बढ़ गया है की दिन बदिन चाहे गर्मी हो या भीषण ठंडी लोगों का काफी भीड़ यहाँ इकट्ठी होने लगी है |

अंधविस्वास और मनोविकार पर आधारित

डॉक्टर एस एमबीए वर्मा का कहना है की आस्था के नाम पर चल रहे इस अंधविस्वास पर भले ही जिला प्रशाशन के आलाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है लेकिन यदि मनोचिकित्सक की माने तो ऐसे लोग भौतिकता से ट्रस्त होने के कारण ऐसी जगहों पर चले जाते है जो की पूर्णतया अंधविस्वास और मनोविकार पर आधारित होती है जिसका कोई तार्किक आधार नहीं है…

आस्था के नाम पर सीधे साधे लोग जिस तरह से यहाँ इन बाबाओ ओझा के चक्कर में पड़कर लुटे जाते है तो वही इन परेशान लोगों का फायदा भी बाबा ओझा खूब उठाते है जबकि प्रशाशन सब कुछ जानते हुए भी चुप्पी साधे हुए है बड़ा सवाल यदि ऐसे लोगों के साथ कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसके लिए आखिर जिम्मेदारी किसकी होगी प्रशाशन की,या मौला बाबा की या फिर आने वाली भोली भाली जनता की क्या प्रशाशन की जिम्मेदारी नहीं बनती की ऐसे बाबाओ के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करे जो आस्था के नाम पर अंधविश्वस को बढ़ावा दे रहे है…

विष्णु कुमार 

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button