बोलीं सोनिया गांधी- अब मैं रिटायर हो जाऊंगी

नई दिल्ली। कांग्रेस की निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी से जब एक चैनेल ने पुछा कि शनिवार को राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी में आपका रोल क्या होगा तो उन्होंने कहा कि वह रिटायर होने की भूमिका में हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस संसदीय पार्टी की चेयरपर्सन रहेंगी तो उन्होंने कहा कि उनकी भूमिका रिटायर होने की है.
कांग्रेस के नेताओं से बधाई लेते वक्त सोनिया गांधी ने कहा कि पिछले तीन सालों से राहुल गांधी पार्टी में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और पार्टी के सभी महत्वपूर्ण फैसलों में अहम भूमिका निभा रहे हैं. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से जब सवाल पूछे गए तो वह खामोश रहे. राहुल शनिवार को अधिकारिक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालेंगे.
आपको बता दें कि राहुल गांधी को 11 दिसंबर को कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध चुन लिए गए था. राहुल गांधी ने 4 दिसंबर को इस पद के चुनाव में नामांकन किया था. राहुल के पक्ष में 86 लोगों ने प्रस्ताव किया था. उनके अलावा किसी और का नामांकन नहीं था.
2004 में राहुल ने राजनीति में शुरुआत की और अमेठी से लोकसभा चुनाव जीता. साल 2012 में यूपी चुनाव में नेतृत्व किया, सिर्फ 28 सीटें जीतीं. 2013 में कांग्रेस के उपाध्यक्ष बनाए गए. उसी साल दाग़ियों पर आए अध्यादेश को बेकार बताकर पार्टी को शर्मिंदा कर डाला. 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की लेकिन 44 पर ही कांग्रेस सिमट गई.
साल 2015 में सूट-बूट की सरकार कहकर मोदी सरकार पर निशाना साधा ये बयान काफी चर्चा में रहा. साल 2015 में ही बिहार में महागठबंधन किया और जीत मिली. साल 2017 में 5 में से 4 राज्यों में कांग्रेस हारी, यूपी में सिर्फ़ 7 सीटें मिलीं. 2017 में पंजाब में अकाली-बीजेपी गठबंधन को हराया और वहां कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार बनी.
हालांकि, पार्टी की ओर से कहा गया है कि वह सिर्फ अध्यक्ष पद से रिटायर हो रही हैं. राजनीति से संन्यास नहीं ले रही हैं. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि सोनिया गांधी ने पार्टी अध्यक्ष रूप से रिटायमेंट की बात कही है, ना कि राजनीति से. उनका आशीर्वाद हमेशा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रहेगा.
आपको बता दें कि यह लगभग दो दशक बाद है, जब कांग्रेस पार्टी को उसका नया पार्टी अध्यक्ष बनेगा. मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी 1998 से पार्टी की कमान संभाल रही हैं. सोनिया 14 मार्च 1998 को पार्टी अध्यक्ष बनी थीं.
गौरतलब है कि 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी का पद संभालने का आग्रह किया गया था, लेकिन उन्होंने इसे लेने से इंकार कर दिया और कहा कि वे राजनीति से दूर रहना चाहती हैं.
सोनिया के बयान पर कांग्रेस नेताओं के रिएक्शन
कांग्रेस नेता ऑस्कर फर्नांडिस ने इस बयान पर कहा, ”राहुल कांग्रेस के अध्यक्ष बन गए हैं, इसलिए सोनिया गांधी ने ऐसा कहा है. सोनिया गांधी का मार्गदर्शन हमेशा पार्टी को मिला है और आगे भी मिलेगा.”
वहीं, कांग्रेस सांसद संजय सिंह ने कहा, ”राहुल अब पार्टी को आगे लेकर जाएंगे. 2019 के चुनाव के बारे में संजय सिंह का कहना है कि रिटायरमेंट की बात का मतलब तो यही होता है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन अभी फैसला नहीं हुआ है. सोनिया पार्टी के साथ हमेशा रहेंगी.” कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी का भी कहना है कि सोनिया गांधी का मार्गदर्शन मिलता रहेगा.
हालांकि सोनिया गांधी ने 1997 में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की और 1998 में वो कांग्रेस की अध्यक्षा चुनी गयीं. तब से वह कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष थीं. 2004 के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सोनिया गांधी 16 दलीय यूपीए गठबंधन की नेता चुनी गईं. सितंबर 2010 में वे फिर से चौथी बार कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गई. कांग्रेस पार्टी के 125 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा समय तक अध्यक्ष रहने का भी रिकार्ड उन्हीं के नाम है.
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