मोदी ने दिया बिहार को मेगा पैकेज, नीतीश पर हमला भी किया

Modi-biharतहलका एक्सप्रेस, नई दिल्ली/आरा। अपने एक दिवसीय बिहार दौरे के सिलसिले में आरा में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने बिहार के लिए विशेष पैकेज का ऐलान करते हुए कुल एक लाख 65 हजार करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की।

उन्होंने कहा, ‘सवा लाख हजार करोड़ का विशेष पैकेज तो अलग है, लेकिन जो परियोजनाएं शुरू हो चुकी हैं और उनके लिए अब तक पैसा नहीं आवंटित किया गया है, ऐसी परियोजनाओं के लिए मैं अलग से 40,000 हजार करोड़ रुपये के एक पैकेज की घोषणा करता हूं। कुल मिलाकर बिहार को 1 लाख 65 हजार करोड़ रुपये का विशेष आर्थिक पैकेज दिया जाएगा।’ सितंबर-अक्टूबर में होने वाले आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के सिलसिले में पीएम आज दोपहर 2 बजे सहरसा में एक चुनावी रैली को भी संबोधित करने वाले हैं।

पीएम मोदी ने जिस अतिरिक्त 40,000 करोड़ के पैकेज की घोषणा की, उसमें 12 हजार करोड़ लागत की हाइवे परियोजनाएं और 20,000 करोड़ रुपये की लंबित बिजली परियोजनाएं शामिल हैं।

पीएम ने कहा कि पहले उनकी सरकार ने बिहार के लिए 50,000 करोड़ रुपये का पैकेज देने की घोषणा की थी, लेकिन उन्हें लगा कि बिहार में विकास के लिए यह राशि पर्याप्त नहीं होगी।

इससे पहले पीएम मोदी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मैं जब पिछली बार बिहार आया था, तब मैंने कहा था कि बिहार की मौजूदा हालत बेहद बीमारू हो गई है। यह बात बिहार के मुख्यमंत्री जी को बुरी लग गई थी और उन्होंने कहा कि बिहार बीमारू राज्य नहीं है। मैं कहता हूं कि अगर बिहार बीमारू राज्यों की श्रेणी से बाहर निकल आया है, तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे होगी। एक तरफ सीएम कहते हैं कि हम बीमारू नहीं हैं, दूसरी तरफ वह कहते हैं कि हमें यह दो-वह दो। जिसे भूख लगी होगी, वही खाना मांगेगा, भरे पेट वाला खाना मांगने जाएगा क्या?’

‘वाजपेयी सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान बिहार को जो 10,000 करोड़ का विशेष आर्थिक पैकेज दिया, उसमें से केवल 9,000 करोड़ रुपये ही बिहार सरकार खर्च कर सकी। बाकी 1,000 करोड़ रुपया बचा रह गया,’ पीएम ने कहा।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बेहद तल्ख टिप्पणी करते हुए पीएम ने कहा, ‘राज्य के स्वाभिमान को गिराकर नीतीश कुमार ने केंद्र की कांग्रेस सरकार से बिहार के लिए गिड़गिड़ाकर पैकेज मांगा। केंद्र ने भी रोते हुए बच्चे को चुप कराकर बिहार के लिए 12,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की, जिसमें से केवल 4,000 करोड़ रुपया ही बिहार सरकार खर्च कर सकी है। इस राशि में से भी 2012-13 के दौरान बहुत मामूली खर्च किया गया। 8,000 करोड़ रुपये नीतीश कुमार के खजाने में अब भी रखे हैं। इतना पैकेज मिलने के बाद भी बिहार सरकार विकास के लिए कुछ खास नहीं कर सकी है। सीएम नीतीश कुमार तो पैकेज की रकम भी खर्च नहीं कर सके। दिल्ली में मेरी सरकार बनने के बाद पहले की अपेक्षा ज्यादा खर्च हुआ।’

पीएम ने कार्यक्रम के दौरान एक नैशनल हाईवे परियोजना का उद्घाटन किया। उन्होंने 10 अन्य हाईवे योजनाओं का भी शिलान्यास किया। कुल मिलाकर बिहार में 11 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। इसके अतिरिक्त 22 स्किल डिवेलपमेंट केंद्रों को शुरू करने की भी घोषणा की गई।

पीएम ने मुजफ्फरपुर और सोनबरसा के बीच एक नैशनल हाईवे का उद्घाटन किया। आज घोषित सड़क परियोजनाओं में 4 नैशनल हाईवे को चार लेन करना और 2 नैशनल हाईवे को डबल लेन करना शामिल हैं। कुल मिलाकर, पीएम मोदी ने आज बिहार में 9700 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

भोजपुरी में अपने भाषण की शुरुआत कर पीएम ने कहा कि जिन सड़क परियोजनाओं की घोषणा की गई है, उनसे बिहार का नक्शा बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार के गांव-गांव और कोने-कोने को सड़कों से जोड़ा जाएगा। पीएम ने कहा कि सोमवार को खाड़ी देशों के अपने दौरे के बाद वह सीधा लौटकर बिहार में आए हैं।

आज के कार्यक्रम में 22 स्किल डिवेलपमेंट केंद्रों की शुरुआत किए जाने संबंधी घोषणा के बारे में बोलते हुए पीएम ने कहा कि स्किल डिवेलपमेंट से ना केवल देश के नौजवानों का, बल्कि देश का भी भाग्य बदलेगा।

सोमवार के अपने यूएई के दौरे के संबंध में बोलते हुए पीएम ने कहा कि अबू धावी भारत में 4 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने को तैयार हो गया है। ‘निवेश करने और यहां कारखाने लगाने जब बाहर के देश भारत आएंगे तब स्किल वाले नौजवानों की ही जरूरत पड़ेगी,’ पीएम ने कहा।

बिहार में बिजली के कारखाने लगाने की योजना के बाबत बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में उद्योग लाने के लिए बिजली बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि बिहार में स्किल डिवेलपमेंट और मेक इन इंडिया अभियान के कारण नौजवानों को नौकरी की तलाश में राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने दलितों और गरीबों पर विशेष जोर देते हुए कहा कि सभी बैंकों के हर एक ब्रांच को चाहिए कि वह कम-से-कम 1 दलित को कारखाना स्थापित करने व उद्योग लगाने के लिए कर्ज दे।

उन्होंने किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि देश में ना केवल कृषि की हालत सुधारने की जरूरत है, बल्कि किसानों की स्थिति भी सुधारने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने कृषि की चिंता तो की, लेकिन किसी ने भी किसानों की परवाह नहीं की।

उनके साथ इस कार्यक्रम के दौरान मंच पर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, राजीव प्रताप रूडी, रामविलास पासवान भी मौजूद थे।

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button