रूस ने सीरिया पर 1500 किमी दूर से दागीं 26 क्रूज मिसाइलें, IS के 11 ठिकाने तबाह

मॉस्को। रूस ने सीरिया में जमे आतंकियों पर समंदर से भी हमले शुरू कर दिए हैं। रशियन नेवी के चार जंगी जहाजों ने बुधवार को 1500 किलोमीटर की दूरी से 26 क्रूज़ मिसाइलें दागीं। कैस्पियन सागर से सीरिया के इलाकों पर हुए इस हमले में आईएसआईएस के 11 ठिकानों को तबाह कर दिया गया। रूसी डिफेंस मिनिस्टर सर्जेई शोइगू ने इसकी पुष्टि की है। उनके मुताबिक इस हमले में आतंकियों को काफी नुकसान पहुंचा है। हालांकि, इसमें किसी आम नागरिक के मारे जाने की खबर नहीं है।
बता दें कि रूसी वॉरशिप कैस्पियन सागर में तैनात है। इस सागर की सीमा रूस, ईरान के अलावा अन्य देशों से मिलती है। आतंकी ठिकानों पर टारगेट सेट करके मिसाइलें दागी गईं। इसमें ईरान और इराक की मदद भी ली गई थी, क्योंकि सीरिया पहुंचने वाली ये मिसाइलें इन दोनों देशों के एयरस्पेस से गुजरी थीं।
120 हवाई हमले कर चुका है रूस
इससे पहले रशियन वॉरशिप पर तैनात फाइटर जेट सीरिया में लगातार हवाई हमले कर रहे हैं। तारटस में नेवी ओल्ड बेस पर मिलिट्री इक्विपमेंट की डिलेवरी और सप्लाय की जा रही है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि हमले इतने तेज हैं कि आईएसआईएस कई इलाकों में कमजोर हो रहा है। रूस ने पिछले एक हफ्ते में सीरिया में मौजूद आतंकियों पर 120 हवाई हमले किए हैं। अब रशियन नेवी ने ऑपरेशन की कमान संभाल ली है।
क्या हुआ है सीरिया में?
सीरिया में बीते करीब चार साल से सिविल वॉर जारी है। वहां फ्री सीरियन आर्मी जैसे कई ग्रुप असद की आर्मी से लड़ रहे हैं। इस्लामिक स्टेट ने भी सीरियाई के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया है। ऐसे में असद के लिए अपनी सत्ता को बचा पाना काफी मुश्किल हो रहा है।
सीरिया के मुद्दे पर रूस और अमेरिका जैसे देश क्यों हैं आमने-सामने?
– अमेरिका सीरियाई प्रेसिडेंट असद को हटाना चाहता है। रूस असद का खुलकर सपोर्ट करता है।
– असद की आर्मी इस्लामिक स्टेट और पश्चिमी देशों के सपोर्ट वाले विद्रोहियों के खिलाफ लड़ रही है। रूस असद की आर्मी के साथ है।
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी अफसरों ने दावा किया है कि रूस सीरिया के उन इलाकों पर भी हवाई हमला कर रहा है, जहां आईएसआईएस एक्टिव नहीं है।
– ये वे इलाके हैं जहां सीरियाई प्रेसिडेंट असद के खिलाफ काम कर रहे कई विद्रोही संगठन एक्टिव हैं।
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी अफसरों ने दावा किया है कि रूस सीरिया के उन इलाकों पर भी हवाई हमला कर रहा है, जहां आईएसआईएस एक्टिव नहीं है।
– ये वे इलाके हैं जहां सीरियाई प्रेसिडेंट असद के खिलाफ काम कर रहे कई विद्रोही संगठन एक्टिव हैं।
– रूस ने पिछले दिनों तुर्की के एयरस्पेस का भी वॉयलेशन किया। इससे अमेरिका और भड़क गया है।
– रूस के साथ सीरिया, ईरान और इराक जैसे देश हैं।
– वहीं, रूस के खिलाफ अमेरिका की अगुवाई में ब्रिटेन, तुर्की और बाकी देश हैं।
क्या अमेरिका-रूस के बीच चल रहा है प्रॉक्सी वॉर?
सीएनएन, रॉयटर्स और गार्डियन की रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीरिया का सिविल वॉर अब इंटरनेशनल पॉलिटिक्स का हिस्सा है। दरअसल, दुनिया की दो सुपरपावर अमेरिका और रूस सीरिया के बहाने प्रॉक्सी वॉर खेल रही हैं। अमेरिका और वेस्ट के कई देश सीरिया के प्रेसिडेंट बशर अल-असद के विरोधी हैं। वे उन्हें सत्ता से बेदखल कर सरकार में अपने मोहरे बैठाना चाहते हैं। अमेरिका पर आरोप है कि वह असद के खिलाफ लड़ने वाले विद्रोहियों को हथियार, पैसा और ट्रेनिंग में मदद करता है। ऐसे में रूस अगर असद की मदद करता है तो अमेरिका के साथ उसके रिश्ते और भी खराब हो सकते हैं।
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