हमीरपुर में मंदिर जा रहे दलित बुजुर्ग को जिंदा जलाया

कानपुर/लखनऊ । बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में बुधवार शाम मंदिर जा रहे एक दलित बुजुर्ग को अगड़ी जाति के शख्स ने वहां जाने से रोका। बताया जाता है कि रोके जाने के बावजूद न मानने पर पहले उसके सिर पर कुल्हाड़ी मारी, फिर मौके पर ही जिंदा जला दिया।
आसपास के लोगों ने काफी देर बाद आरोपी को पकड़ा और पुलिस को सूचना दी। जलालपुर थाने के एसओ रामाश्रय यादव के अनुसार, आरोपी को हत्या की धाराओं में गिरफ्तार कर लिया गया है। वह शराबी है और वारदात के वक्त उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे।
जलालपुर के बिलगांव के बाहर मैदानी बाबा का मंदिर बना है। गांव के छिम्मा (90) अपने बेटे दुर्जन, भाई और पत्नी के साथ बुजुर्गों का पिंडदान करने बुधवार को गया जा रहे थे। परंपरा के तहत इसके पहले वह दर्शनों के लिए बुधवार शाम मैदानी बाबा के मंदिर पहुंचे। वहां उन्हें संजय तिवारी मिला और अंदर जाने से मना किया। छिम्मा ने इनकार किया तो संजय बौखला गया और कुल्हाड़ी से वार करने लागा। यह देख छिम्मा की पत्नी और भाई वहां से भागकर मदद मांगने के लिए गांव पहुंचे। इस बीच संजय ने छिम्मा के सिर पर कुल्हाड़ी से कई वार किए। बेसुध होने के बाद उसे केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया।
संजय का यह रूप देख कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आया। काफी देर बाद हिम्मत जुटाकर गांव के कई युवक आगे आए और उसे काबू किया। मौके पर आई पुलिस ने संजय को गिरफ्तार कर लिया। एसओ का दावा है कि संजय शराब का लती है। उसने नशे में ऐसा किया है। बाकी 2 आरोपियों के नाम भी एफआईआर में हैं। उनकी तलाश की जा रही है। दोनों परिवारों में पहले कभी रंजिश की कोई बात सामने नहीं आई है। यादव के अनुसार, यह साफ नहीं है कि छिम्मा के सिर पर पत्थर मारा गया है या कुल्हाड़ी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से काफी चीजें क्लियर होंगी।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :
कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:
हमें ईमेल करें : [email protected]