राहुल गांधी का जनेउधारी हिंदू होना बेकार, सिद्धारमैया ने मारी पैर पर कुल्हाड़ी

नई दिल्ली। कांग्रेस अपने पतन के सिलसिले को रोक कर आगे बढ़ना चाहती है, सत्ता से दूर होने की बेचैनी कांग्रेस के नेताओं पर दिखने लगी है, केंद्र की सत्ता से बेदखल होने के बाद से कांग्रेस कई राज्यों में भी अपनी सत्ता खो चुकी है। कांग्रेस को बदलाव की जरूरत है, संगठन के स्तर से लेकर आलाकमान तक, लेकिन कांग्रेस ने राहुल गांधी को अध्यक्ष बना कर बदलाव पूरा कर लिया. गुजरात चुनाव के दौरान राहुल ने दम दिखाया लेकिन वो भी बैसाखियों के सहारे, अब कांग्रेस के सामने कर्नाटक की चुनौती है, जहां पर उसकी सरकार है, राहुल यहां भी सॉफ्ट हिंदुत्व का दांव खेल रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उनकी मेहनत पर पानी फेरना शुरू कर दिया है।

कर्नाटक की जंग अब तीखी होती जा रही है, बीजेपी के लगातार हमलों से परेशान हो कर सिद्धारमैया वो कर रहे हैं जो बीजेपी उनसे करवाना चाह रही है, सिद्धारमैया ने एख बयान दिया था, जो अब कर्नाटक में सियासी उबाल का कारण बन रहा है। सिद्धारमैया ने अपने बयान में कहा था कि बीजेपी, संघ और बजरंग दल आतंकवादी की तरह हैं, ये किसी भी समाज की शांति को भंग करने का काम करते हैं, सरकार को इसे बर्दाश्त नहीं करना चाहिए, बाद में सफाई देते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि उनका मतलब था कि बीजेपी और संघ हिंदू उग्रवादी की तरह हैं। इस बयान के बाद से ही कर्नाटक की सियासत में उबाल आ गया है, बीजेपी ने सिद्धारमैया के बयान को आधार बना कर राहुल गांधी पर हमला बोल दिया. संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस का दोतरफा चेहरा सभी के सामने आ गया है।

संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पहले भी हिंदू आतंकवाद की बात कर चुकी है। अब इस बार कर्नाटक चुनाव में इसे उठाया जा रहा है. राहुल जनेउ पहन कर अस्थाई हिंदू बनने की कोशिश कर रहे हैं, वो चुनाव के समय इस तरह की बातें करके ध्रुवीकरण करना चाह रहे हैं। पात्रा ने विकीलीक्स द्वारा हिंदू टेरर के खुलासे का मुद्दा भी राहुल को याद दिलाया। सिद्धारमैया के बयान के बाद राज्य भर के बीजेपी कार्यकर्ता नाराज हैं, बीजेपी नेता शोभा करंदलजे ने कहा कि शुक्रवार को बीजेपी और संघ के कार्यकर्ता जेल भरो आंदोलन करेंगे, उनका कहना है कि हम बीजेपी से जुड़े हैं इसलिए हमें गिरफ्तार कर लेना चाहिए। उनका कहना है कि कांग्रेस हमारे ऊपर बैन की बात करती है, लेकिन खलिस्तान, उल्फा और लिट्टे का समर्थन करती है. बीजेपी ने मांग की है कि सिद्धारमैया को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।

कर्नाटक में जिस तरह से माहौल बन रहा है वो राहुल गांधी के लिए अच्छा संकेत नहीं है. वो सफ्ट हिंदुत्व की राह पर चल रहे हैं, गुजरात में उनको कामयाबी मिलने के पीछे हार्दिक, जिग्नेश और अल्पेश का बहुत हाथ है, साथ में गुजरात में सत्ता विरोधी लहर भी थी, कर्नाटक में ये सारी बातें राहुल के पक्ष में नहीं हैं। वो उस पिच पर बल्लेबाजी कर रहे हैं जिस पर बीजेपी माहिर है, ऐसे में सिद्धारमैया का ये बयान कांग्रेस को आगामी चुनाव में भारी पड़ सकता है। राहुल ने जितनी मेहनत की है वो बेकार हो सकती है। खास बात ये है कि अमित शाह भी कर्नाटक में ही थे, जब ये सारा विवाद खड़ा हुआ, शाह पहले ही कह चुके हैं कि हिंदुओं की ताकत से घबरा कर कांग्रेस इस तरह के बयान दे रही है।

 

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